नौसेना ने 34 साल की शानदार सेवा के बाद गोदावरी श्रेणी के निर्देशित-मिसाइल पोत ‘आईएनएस गोमती’ को आज सेवामुक्त कर दिया। नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि ऑपरेशन कैक्टस, पराक्रम और रेनबो में शामिल रहे पोत को यहां नौसैन्य डॉकयार्ड में सूर्यास्त के समय सेवामुक्त कर दिया गया। उन्होंने ये भी बताया कि पोत की विरासत को लखनऊ में गोमती नदी के तट पर तैयार किए जा रहे एक खुले संग्रहालय में रखा जाएगा, जहां उसकी कई युद्धक प्रणालियों को सैन्य और युद्ध अवशेषों के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा।
34 साल दी सेवा
हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार और भारतीय नौसेना ने इसके लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। ‘आईएनएस गोमती’ का नाम गोमती नदी के नाम पर रखा गया और 16 अप्रैल, 1988 को तत्कालीन रक्षा मंत्री के सी पंत ने मझगांव डॉक लिमिटेड, बंबई में सेवा में शामिल किया था। बताया जा रहा है की 34 साल की सेवा के बाद अब रिटायर हुआ INS गोमती अब तक पराक्रम समेत कई ऑपरेशन को अंजाम दे चूका था।