मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 20 दिसम्बर से शुरू होने जा रहा है. इस सत्र में कांग्रेस विधायकों ने सबसे ज़्यादा सवाल सरकार से पूछे है. यानी ऐसे सवाल जिससे कि सत्र हंगामे भरा हो सकता है.लम्बे वक्त के बाद इस कोरोना काल में मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 20 दिसम्बर से शुरू होने जा रहा है. इस बार का सत्र महज़ 4 दिनों का ही रहेगा. यानी 24 दिसम्बर को ये सत्र ख़त्म भी हो जाएगा. मगर इस सत्र के हंगामेदार होने के भी पूरे आसार है.. इसका कारण है कांग्रेस विधायकों के सवाल दरअसल कांग्रेस विधायकों ने ही इस सत्र को लेकर ऑनलाइन या ऑफ़्लाइन मोड को लेकर कई तरह के सवाल पूछे है. जिससे लग रहा है की विधानसभा में हंगामा हो सकता है.
मध्य प्रदेश के इस शितक़ालीन सत्र को लेकर सरकार भी पूरी तरह तैयार है. सरकार हर सवाल का जवाब देगी. चाहे जनजातीय सम्मेलन कि बात हो या फिर कोरोना कि तैयारी को लेकर… मगर सरकार ने अगर आदिवासियों के लिए अगर सम्मेलन किया तो कांग्रेस के पेट में क्यू दर्द हो रहा है ? मध्य प्रदेश सरकार के मानसून सत्र में भी हमने देखा था कि सरकार कि और से जो सवालों के जवाब दिए गए थे उसमें कई रोचक जानकारी सामने आयी थी. इस बार भी कांग्रेस उम्मीद कर रही है कि उन्हें हाथ कुछ चौका देने वाली जानकारी हाथ लगेगी. बहरहाल एक बात तो तय है कि सदन में हंगामा ज़रूर होगा.