भारत के सबसे भीषण रेल हादसों में एक है ओडिशा ट्रेन एक्सीडेंट, 1981 के हादसे में हुई थी 750 लोगों की मौत
ओडिशा में शुक्रवार को बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच ट्रेन दुर्घटना हुई. इस हादसे में 233 से अधिक लोगों की मौत हो गई. वहीं 900 से अधिक लोग घायल हुए.
ओडिशा में शुक्रवार को बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच ट्रेन दुर्घटना हुई. इस हादसे में 233 से अधिक लोगों की मौत हो गई. वहीं 900 से अधिक लोग घायल हुए.
देश के भीषण रेल हादसे
23 दिसंबर, 1964 : पंबन-धनुस्कोडी पैसेंजर ट्रेन रामेश्वरम चक्रवात में बह गई, जिससे उसमें सवार 126 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई.
06 जून 1981 : यह वह दिन था जब बिहार में सबसे घातक ट्रेन दुर्घटना हुई थी. ब्रिज को पार करते हुए ट्रेन बागमती नदी में जा गिरी थी. इस हादसे में 750 लोगों की मौत हो गई थी.
8 जुलाई 1981 : केरल के पेरुमन के पास आईलैंड एक्सप्रेस एक लोकल पैसेंजर ट्रेन से टकरा गई थी. हादसे में करीब 150 लोगों की मौत हो गई थी.
20 अगस्त 1995 : उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और कालिंदी एक्सप्रेस के बीच टक्कर हो गई थी. इस दुर्घटना ने लगभग 358 लोगों की जान चली गई थी.
26 नवंबर, 1998 : जम्मू तवी-सियालदह एक्सप्रेस खन्ना, पंजाब के पास कालिंदी एक्सप्रेस से टकरा गई थी. इस हादसे में करीब 212 लोगों की जान चली गई थी.
2 अगस्त 1999 : असम के गैसल के पास ब्रह्मपुत्र मेल अवध-असम एक्सप्रेस से टकरा गई थी. इस हादसे में करीब 290 लोगों की मौत हो गई थी.
09 सितंबर 2002 : हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस बिहार के रफीगंज में धावे नदी पर एक पुल के ऊपर पटरी से उतर गई, जिससे उसमें सवार 140 से ज्यादा यात्रियों की मौत हो गई थी.
28 मई 2010: मुंबई जा रही ट्रेन झारग्राम के पास पटरी से उतर गई थी और सामने से आ रही एक मालगाड़ी से टकरा गई. इस हादसे में 148 यात्री मारे गए थे.
20 नवंबर, 2016 : इंदौर-पटना एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के पुखरायां के पास पटरी से उतर गई थी. हादसे में करीब 150 लोगों की जान चली गई थी.