डेब्यू में 12 विकेट, फिर भी नहीं बन पाया हीरो; जेम्स एंडरसन ने साथी प्लेयर से ऐसे छीनी खुशी
इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज को पारी और 114 रन से हराया है. इस बीच देखिए कैसे जेम्स एंडरसन के कारण उनका साथी प्लेयर अपने डेब्यू मैच में हीरो बनने से वंचित रह गया.
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच लॉर्ड्स में खेला गया. यह भिड़ंत 10 जुलाई से शुरू हुई थी, लेकिन मुकाबला तीसरे दिन ही समाप्त हो गया है, जहां इंग्लैंड ने पारी और 114 रन के बड़े अंतर से विजय प्राप्त की है. इस मुकाबले में एक तरफ जेम्स एंडरसन (James Anderson) अपने करियर का आखिरी मैच खेल रहे थे, दूसरी ओर गस एटकिंसन (Gus Atkinson) अपने करियर का पहला टेस्ट मैच खेल रहे थे. एटकिंसन ने इस मैच में कुल 12 विकेट चटकाए, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच अवार्ड भी दिया गया. मगर यहां जानिए कि कैसे जेम्स एंडरसन ने उनसे इस जीत की खुशी को छीन लिया है।
जेम्स एंडरसन ने छीनी साथी खिलाड़ी से खुशी
गस एटकिंसन ने इस वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच की पहली पारी में कुल 7 विकेट चटकाए थे. वहीं दूसरी पारी में भी उन्होंने 5-विकेट हॉल लेकर मुकाबले में 12 विकेट लेने का कारनामा किया है. हालांकि एटकिंसन इंग्लैंड की इस जीत के सबसे बड़े हीरो रहे, लेकिन जैसे ही वेस्टइंडीज की दूसरी पारी का आखिरी विकेट गिरा. उसके बाद सबका ध्यान जेम्स एंडरसन की रिटायरमेंट पर चला गया था. सबने एंडरसन के सम्मान में खड़े होकर तालियां बजाईं और स्क्रीन पर भी एंडरसन की बड़ी तस्वीर दिखाई गई. इस सबके पीछे कहीं ना कहीं एटकिंसन का 12 विकेट लेने का कीर्तिमान दब कर रह गया.
134 साल बाद गस एटकिंसन ने रचा इतिहास
टेस्ट डेब्यू मैच में सबसे बढ़िया गेंदबाजी का रिकॉर्ड भारत के नरेंद्र हिरवानी के नाम है, जिन्होंने 1988 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में कुल 16 विकेट चटके थे. वहीं इंग्लैंड के लिए अब गस एटकिंसन ने मैच में कुल 12 विकेट लिए हैं. इसी के साथ वो टेस्ट डेब्यू में इंग्लैंड के लिए 12 विकेट लेने वाले इतिहास के दूसरे गेंदबाज बन गए हैं. उनसे पहले फ्रेड मार्टिन ने 1890 में इंग्लैंड के लिए खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच में 12 विकेट झटके थे. अब एटकिंसन ने 134 साल के बाद यह कारनामा दोहरा दिया है.