CM ममता बनर्जी ने दिखाई ‘BJP वॉशिंग मशीन’, काले कपड़े डाले और निकाले सफेद
तृणमूल कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर इस वॉशिंग मशीन का वीडियो भी जारी किया. वीडियो में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काले कपड़े मशीन में डालते दिख रही हैं. इसके बाद उन्हें मशीन से सफेद कपड़े बाहर निकालते देखा जा सकता है.
केंद्र सरकार के खिलाफ नए अंदाज में जताया विरोध
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को केंद्र सरकार के खिलाफ नए अंदाज में विरोध जताया. उन्होंने कोलकाता में आयोजित धरने में स्टेज पर “बीजेपी वॉशिंग मशीन” दिखाई. दरअसल, ममता ने इस वॉशिंग मशीन के माध्यम से भ्रष्टाचार के आरोपों वाले नेताओं के बीजेपी में शामिल होने पर उनके दोषमुक्त होने पर तंज कसा है.
“BJP वॉशिंग मशीन”….”BJP वॉशिंग मशीन”… जैसे ही तृणमूल कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की. बंगाल की मुख्यमंत्री ने काला कपड़ा पहन लिया, जो प्रतीकात्मक रूप से सफेद हो गया था.
तृणमूल कांग्रेस की ओर से आयोजित धरने में घरेलू गैस की बढ़ती कीमतों, राज्य सरकार का फंड जारी न करने और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर आवाज उठाई गई. इस मौके पर मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा- ‘केंद्रीय एजेंसियां विपक्ष के नेताओं को तो परेशान कर रही है, लेकिन बीजेपी में शामिल होने वाले किसी नेता के खिलाफ जांच शुरू नहीं कर रही.’
ममता बनर्जी ने कहा, “बीजेपी वॉशिंग मशीन बन गई है. मुझे सभी चोरों और लुटेरों की सूची दें- वे सभी वहां (बीजेपी के साथ) बैठे हैं. मुझे संविधान के बारे में उनके उपदेश सुनने हैं?” ममता बनर्जी ने बीजेपी नीत केंद्र सरकार के खिलाफ दो दिवसीय धरना शुरू करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा, “मुझे धरना देने का पूरा अधिकार है. अगर जरूरत पड़ी तो मैं प्रधानमंत्री आवास पर भी धरने पर बैठ सकती हु“।
उन्होंने कहा, “पीएम मोदी के नए भारत में विपक्षी नेता बीजेपी का मुख्य लक्ष्य बन गए हैं. जहां आपराधिक पृष्ठभूमि वाले बीजेपी नेताओं को कैबिनेट में शामिल किया गया है, वहीं विपक्षी नेताओं को उनके भाषणों के लिए अयोग्य ठहराया गया है. आज हमने अपने संवैधानिक लोकतंत्र के लिए एक नया निम्न स्तर देखा है.”
तृणमूल कांग्रेस केंद्र और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ पश्चिम बंगाल को फंड नहीं देने का विरोध कर रही है. राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव और 2024 के आम चुनाव से पहले विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं.