पीवी सिंधू ने कहा हम ज्यादातर समय अपने लिए जरूरी चीजों का पीछा करने में बिताते हैं, लेकिन इस दौरान हम कभी-कभी अपने आस-पास की बहुत सी चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं। खेलों के हमारे इतिहास और परंपरा पर भी ठीक यही बात लागू होती है जो किसी मायने में इस बात से कम नहीं है। अतीत की समृद्धि, कठिन परिस्थितियों में खेल परंपरा के निर्माण में आई मुश्किलें और हमारे सामने की प्रेरना देने वाली कहानियां एक ताजगीभरा मिश्रण पेश करती हैं। हालांकि, अक्सर ऐसी दिलचस्प जानकारियां, खेलों की हासिल की गई उपलब्धियों और इवेंट्स जिनसे उभरते खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन में मदद मिलती है हमें उतनी सहजता से उप्लबध नहीं होते जैसी जरूरत होती है। ऐसे में ये खेल प्रशंसकों और क्विज कांटेस्ट के लिए जुनूनी लोगों के लिए अच्छी खबर है कि खेल और युवा मंत्रालय ने फिट इंडिया क्विज का आयोजन किया। फिट इंडिया क्विज फिटनेस और खेल पर आधारित देशभर में आयोजित होने वाला पहला क्विज कांटेस्ट है।
भारत को खेल राष्ट्र के तौर पर पहचान बनाने में मिलेगी मदद
देशभर में 13,500 से ज्यादा स्कूलों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, जिनमें से सिर्फ 360 स्कूल ही आज से शुरू हो रहे स्टेट राउंड में जगह बना सके। यह देश भर में खेलों और फिटनेस के बारे में जानकारी को विकसित करने और किसी के जीवन में इन दोनों को अपनाने के लिए खुद को उत्साहित करने की दिशा में ये एक बड़ा कदम है। जरा सोचिये कि अगर देशभर में बड़ी संख्या में युवा वर्ग ने खेलों में रुचि लेना शुरू कर दिया, तो इससे न केवल खेल की परंपरा को बढ़ावा मिलेगा बल्कि साथ ही साथ एक खेल राष्ट्र के तौर पर भारत की पहचान बनाने में भी मदद मिलेगी।