Pakistan Earthquake: कराची में भूकंप के झटकों के बीच मलीर जेल से 216 कैदी फरार, दीवार तोड़कर निकले बाहर
पाकिस्तान के कराची शहर में सोमवार देर रात एक चौंकाने वाली घटना ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी। मलीर जिला जेल, जिसे आमतौर पर ‘बच्चा जेल’ के नाम से जाना जाता है, से कुल 216 कैदी फरार हो गए। कैदियों ने भूकंप के झटकों से उत्पन्न अफरातफरी का फायदा उठाया और जेल की कमजोर दीवार को तोड़कर भागने में सफल रहे। यह घटना न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि पूरे पाकिस्तान के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई है।
जानकारी के अनुसार, कराची में पिछले 48 घंटों में 9 से 11 बार भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता 2.6 से 3.6 रिक्टर स्केल के बीच दर्ज की गई। इन लगातार झटकों ने मलीर जेल की संरचना को काफी कमजोर कर दिया था, खासकर बाहरी सुरक्षा दीवार को। सोमवार की रात सुरक्षा कारणों से कैदियों को बैरकों से बाहर खुले परिसर में लाया गया था, तभी स्थिति अचानक बिगड़ गई।
बताया गया कि कुछ कैदियों ने मौका देखकर सुरक्षा गार्डों पर हमला कर दिया और उनके हथियार छीन लिए। इसके बाद, उन्होंने जेल की कमजोर दीवार को गिरा दिया और अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। यह पूरी घटना कुछ ही मिनटों में घट गई, और जब तक पुलिस और जेल अधिकारी हरकत में आते, तब तक 200 से अधिक कैदी जेल परिसर से बाहर निकल चुके थे।
जेल प्रशासन के अनुसार, फरार हुए कैदियों में कई ऐसे भी हैं जिन पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, डकैती और आतंकवाद से जुड़े अपराध शामिल हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे शहर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है, और फरार कैदियों की तलाश में विशेष पुलिस टीमें गठित की गई हैं।
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। शुरुआती जांच से यह स्पष्ट है कि जेल की दीवारें कई वर्षों से मरम्मत के अभाव में कमजोर हो चुकी थीं, और अधिकारियों ने बार-बार की चेतावनियों के बावजूद इसकी अनदेखी की।
विपक्षी दलों ने सरकार पर सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा है कि यह घटना पाकिस्तान की जेल प्रणाली और आपदा प्रबंधन की विफलता का एक गंभीर उदाहरण है। वहीं, आम नागरिकों में इस घटना को लेकर भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है, क्योंकि फरार अपराधियों की मौजूदगी से शहर की कानून व्यवस्था को खतरा है।
कराची पुलिस कमिश्नर ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को भी फरार कैदियों के बारे में कोई जानकारी हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। साथ ही, जेल प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि अन्य जेलों की सुरक्षा व्यवस्था की तत्काल समीक्षा की जाए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।