IPL सीजन 15 का 56वां मुकाबला मुबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच खेला गया। इस मैच को कोलकाता नाइट राइडर्स ने 52 रन से जीत लिया। मुंबई की ये इस सीजन में 9वीं हार है। इस जीत के साथ कोलकाता नाइट राइडर्स के प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीद जिंदा है और अब प्लेऑफ के लिए लड़ाई दिलचस्प हो गई है। कोलकाता ने इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए 165 का स्कोर बनाया था, लेकिन मुंबई इंडियंस की टीम इस स्कोर भी नहीं पा सकी. मुंबई की बल्लेबाजी का हाल ऐसा रहा कि आखिरी 6 विकेट सिर्फ 13 रन के भीतर गिर गए और मुंबई इंडियंस सिर्फ 113 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई।
बुमराह ने चटकाए पांच विकेट
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कोलकाता को वेंकटेश अय्यर और अजिंक्य रहाणे ने अच्छी शुरुआत दी. युवा स्पिनर कुमार कार्तिकेय ने इस साझेदारी को तोड़ा और वेंकटेश को डेनियल सैम्स के हाथों कैच करा दिया. वेंकटेश ने 24 गेंदों की अपनी पारी में 3 चौके और 4 छक्के जड़े. उनके अलावा नीतीश राणा ने 26 गेंदों पर 3 चौके और 4 छक्के लगाते हुए 43 ही रन बनाए. रहाणे ने 25 और रिंकू सिंह ने नाबाद 23 रन का योगदान दिया. उनके अलावा अन्य कोई बल्लेबाज दहाई के आंकड़े को नहीं छू सका. कोलकाता ने पावर प्ले में मौजूदा सीजन का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए एक विकेट पर 64 रन बनाए लेकिन इसके बाद बुमराह (10 रन पर 5 विकेट) और कुमार कार्तिकेय (32 रन पर 2 विकेट) ने मुंबई को वापसी दिलाई. नाइट राइडर्स की टीम अंतिम 3 ओवर में सिर्फ 9 रन ही जोड़ सकी जिसमें बुमराह के 2 ओवर में सिर्फ एक ही रन बना. इस तरह KKR टीम ने 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 165 रन बनाए।
ईशान किशन का अर्धशतक
166 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई इंडियंस की शुरुआत फिर खराब रही। टीम के कप्तान रोहित शर्मा केवल दो रन बनाकर आउट हो गए, तब टी का स्कोर केवल दो ही रन था। इसके बाद ईशान किशन ने तिलक वर्मा के साथ मिलकर टीम को इस संकट से निकालने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए। जब टीम का स्कोर 32 रन था, तभी तिलक वर्मा छह रन बनाकर चलते बने। रमनदीप और ईशान किशन ने स्कोर को 50 के आगे तक पहुंचाया, टीम के जब 69 रन हो चुके थे, तभी रमनदीप 12 रन बनाकर आउट हो गए। आते ही तेजी से रन बनाने वाले टिम डेविड भी 83 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट गए। इसके बाद अपना अर्धशतक लगाने वाले ईशान किशन भी आउट हो गए। ईशान किशन ने 43 गेंद पर 51 रन की पारी खेली, वहीं एक छक्का और पांच चौके लगाए। इसके बाद भी लगातार विकट का गिरना जारी रहा और टीम संकट से बाहर निकल ही नहीं पाई।