पंजाब में लुधियाना जिले के घनी आबादी वाले ग्यासपुरा इलाके में रविवार को जहरीली गैस के रिसाव के कारण 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य लोग बीमार पड़ गए। पुलिस ने बताया कि बीमार लोगों का एक अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किस गैस का रिसाव हुआ और इसका क्या कारण था, यह फिलहाल पता नहीं लगाया जा सका है। बहरहाल, लुधियाना की उपायुक्त सुरभि मलिक ने बताया कि ऐसी आशंका है कि सीवर में कुछ रसायनों की मीथेन गैस से प्रतिक्रिया हुई होगी। उन्होंने बताया कि इलाके को खाली करा लिया गया है और गैस के फैलने पर रिसाव स्थल की घेराबंदी का दायरा बढ़ाया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि घटना में जान गंवाने वाले लोगों में श्वसन संबंधी समस्या का कोई लक्षण नहीं दिखा। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी आशंका है कि न्यूरोटॉक्सिन की वजह से मौत हुई है।’’
जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंची राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम यह पता लगाएगी कि किस गैस का रिसाव हुआ और इसका स्रोत एवं कारण क्या था। उन्होंने कहा कि चूंकि, यह बेहद घनी आबादी वाला इलाका है, इसलिए तत्काल प्राथमिकता लोगों को वहां से सुरक्षित निकालना थी। लुधियाना की उपायुक्त ने बताया कि एनडीआरएफ का एक दल विभिन्न तरह के रसायनों के नमूने एकत्रित कर रहा है। उन्होंने कहा कि जब रासायनिक प्रक्रिया के बारे में पता चल जाएगा तो जानकारियां साझा की जाएगी। पुलिस ने इलाके को सील कर दिया है और वहां राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एक दमकल वाहन और एक एम्बुलेंस को तैनात किया गया है।
उपायुक्त ने बताया कि जिस गैस का रिसाव हुआ है, उसका असर काफी हद तक कम हो गया है। उन्होंने बताया कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है और उन्होंने लोगों से अफवाह फैलाने वालों से दूर रहने को कहा। उन्होंने लोगों से इलाके से दूर रहने की भी अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह पता लगाने के लिए जांच की जाएगी कि यह गैस कितनी दूर तक फैली।’’ मलिक ने कहा, ‘‘हम यह पता लगाने के लिए सीवरों से नमूने एकत्रित कर रहे हैं कि यह किस तरह की गैस थी और किसी रासायनिक मिश्रण के बाद कौन-सी गैस निकली। हम इसकी जांच कर रहे हैं और यह कितनी दूर तक फैली, इसकी भी जांच कर रहे हैं।’’उन्होंने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।