टिल्लू ताजपुरिया की हत्या से परेशान गैंग के शार्प शूटर के भाई ने की आत्महत्या
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की जेल में हत्या के मामले में तिहाड़ जेल से दो और कैदियों को गिरफ्तार किया है.
बंटी ने ताजपुर में गोली मारकर की आत्महत्या
टिल्लू गैंग के शार्प शूटर अमित दबंग के सबसे छोटे भाई मोहित उर्फ बंटी ने ताजपुर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली है. मोहित ने आत्महत्या क्यों की, अभी ये पता नहीं चल पाया है. लेकिन ये जानकारी आ रही है कि टिल्लू की मौत के बाद वो परेशान चल रहा था. अमित दबंग हाल ही में जेल से 6 साल बाद आया था.
ताजपुर गांव में सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाई गई है, क्योंकि आज टिल्लू की तेहरवीं है. टिल्लू की हत्या के सभी आरोपियों की आज पटियाला हाउस कोर्ट ने पेशी है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उन्हें 4 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया था.
टिल्लू ताजपुरिया हत्याकांड : तिहाड़ जेल से दो और कैदी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की जेल में हत्या के मामले में तिहाड़ जेल से दो और कैदियों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने बताया कि चवन्नी और अत्तर रहमान के रूप में पहचाने जाने वाले आरोपी भी तिहाड़ की जेल संख्या आठ में बंद थे, जहां प्रतिद्वंद्वी गिरोह के चार सदस्यों ने कथित तौर पर ताजपुरिया की चाकू मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस के अनुसार, चवन्नी एक स्थानीय गैंगस्टर है और मारपीट के कुछ मामलों में भी शामिल रहा है, जबकि रहमान गुजरात से अपहरण के एक मामले में दोषी है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि रहमान ने कथित तौर पर चार हमलावरों को हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों से छुटकारा दिलाने में मदद की थी, जबकि चवन्नी ने दो मई को हुई घटना के दौरान सीसीटीवी कैमरे को चादर से ढक दिया था.
दिल्ली की तिहाड़ जेल के 90 से अधिक अधिकारियों का तबादला
तिहाड़ जेल के अंदर की गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की एक कथित प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों द्वारा हत्या किए जाने के बाद बड़े पैमाने पर अधिकारियों के तबादले किए गए हैं. एक अधिकारी के मुताबिक महानिदेशक (जेल) संजय बेनीवाल ने सहायक अधीक्षक, उपाधीक्षक, प्रधान वार्डर और वार्डर सहित 99 अधिकारियों के तबादले के आदेश दिए हैं. आगामी कुछ दिनों में और अधिक अधिकारियों के तबादले होने का अनुमान है. तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार ताजपुरिया हत्याकांड को प्रशासन ने गंभीरता से लिया था. इसके परिणामस्वरूप चीजों को सुव्यवस्थित करने और जमीनी स्तर पर बदलाव की आवश्यकता भी महसूस की गयी.