‘विपक्षी एकता’ को साधने में जुटी कांग्रेस, खरगे ने एमके स्टालिन को दिया न्योता – सूत्र
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस द्वारा विपक्षी दलों की बैठक कहां और कब बुलाई जाएगी, इसे लेकर अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है.
‘अभियान’
कांग्रेस ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने का ‘अभियान’ शुरू कर दिया है. सूत्रों के अनुसार इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने डीएमके नेता और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन से बात की है. मिल रही जानकारी के अनुसार इस बातचीत के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने तमिलनाडु के सीएम स्टालिन को आने वाले दिनों में विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने का न्योता भी दिया है. बता दें कि राष्ट्रीय स्तर पर डीएमके कांग्रेस की प्रमुख साझेदार रही है. और वह शुरू से ही कांग्रेस की योजना को लेकर अपना समर्थन जताती रही है.
कांग्रेस द्वारा विपक्षी दलों की बैठक कहां और कब बुलाई जाएगी, इसे लेकर अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है. कांग्रेस कुछ भी तय करने से पहले टीएमसी, समाजवादी पार्टी, एनसीपी, आरजेडी और लेफ्ट की पार्टियों जैसे अपने सहयोगियों की तरफ से बैठक में शामिल होने के लेकर जवाब चाहती है.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन की अगुवाई में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई थी.सामाजिक न्याय पर दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और अखिलेश यादव, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन, वाम दलों के नेता सीताराम येचुरी और डी राजा ने भाग लिया था.
अन्य विपक्षी दलों में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी, तेलंगाना की भारत राष्ट्र समिति, शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भी इसमें शामिल हुए थे.कांग्रेस के राहुल गांधी को संसद से अयोग्य ठहराए जाने के बाद यह पहली ऐसी कोशिश थी, जिसके जरिए विपक्ष साथ आता नजर आ रहा था.