Axiom 4 Mission: Axiom-4 मिशन फिर टला, फाल्कन-9 में खराबी से शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा रुकी

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Axiom 4 Mission: Axiom-4 मिशन फिर टला, फाल्कन-9 में खराबी से शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा रुकी

भारतीय अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने वाले शुभांशु शुक्ला की बहुप्रतीक्षित अंतरिक्ष उड़ान एक बार फिर टल गई है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना होने वाला Axiom Space का मिशन Axiom-4 तकनीकी दिक्कतों के चलते स्थगित कर दिया गया है। बुधवार शाम को इस मिशन को अमेरिका के स्पेसएक्स द्वारा लॉन्च किया जाना था, लेकिन आखिरी समय पर Falcon-9 रॉकेट में लीकेज की पुष्टि होते ही प्रक्षेपण को रोक दिया गया।

स्पेसएक्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि लॉन्च से पहले फाल्कन-9 रॉकेट की नियमित तकनीकी जांच के दौरान ईंधन रिसाव का पता चला, जिसके चलते इंजीनियरों ने रॉकेट की मरम्मत के लिए अतिरिक्त समय मांगा है। इसरो ने भी इस बात की पुष्टि की और जानकारी दी कि जब तक यह तकनीकी खामी पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाती, मिशन को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता। नई लॉन्च तिथि की घोषणा फिलहाल नहीं की गई है।

Axiom-4 मिशन में चार अंतरिक्षयात्रियों की टीम शामिल है, जिनमें भारत से शुभांशु शुक्ला पायलट की भूमिका निभा रहे हैं। उनके साथ अमेरिका की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन कमांडर होंगी, जबकि पोलैंड से स्लावोस्ज उजनांस्की-विस्नीवस्की और हंगरी से टिबोर कापू अन्य दो सदस्य हैं। गौरतलब है कि शुभांशु इस मिशन के सफल प्रक्षेपण के बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय नागरिक बनने जा रहे हैं।

यह मिशन इससे पहले भी दो बार टल चुका है। पहले 29 मई को लॉन्च होने वाला था, जिसे 8 जून तक और फिर 10 जून तक के लिए स्थगित किया गया था। अब तीसरी बार तकनीकी दिक्कतों के चलते इसमें देरी हो रही है। स्पेसएक्स के इंजीनियर फाल्कन-9 रॉकेट की मरम्मत में जुटे हुए हैं, और जैसे ही सभी सुरक्षा मानकों को पूरा कर लिया जाएगा, नई तारीख घोषित की जाएगी।

इस देरी से भले ही शुभांशु और उनके साथी अंतरिक्षयात्रियों को कुछ और दिन इंतजार करना पड़े, लेकिन यह निर्णय उनकी सुरक्षा और मिशन की सफलता के लिए जरूरी है। अंतरिक्ष में हर एक पल की योजना सटीक और त्रुटिहीन होनी चाहिए—इसी सोच के साथ नासा और स्पेसएक्स ने यह फैसला लिया है।

भारत के लिए यह मिशन इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि शुभांशु शुक्ला की उड़ान भारतीय युवाओं और अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़े महत्वाकांक्षियों के लिए प्रेरणा बनेगी। जैसे ही Axiom-4 मिशन लॉन्च होता है, भारत एक और गौरवशाली अध्याय लिखने के लिए तैयार है।

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