यमुना की सफाई को ले दिल्ली के साथ-साथ केंद्र सरकार भी हुई सक्रिय : श्री दत्त शर्मा
रेखा गुप्ता सरकार की प्राथमिकता में है यह परियोजना
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : यमुना की सफाई को ले बार-बार झूठे वादे करने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार तो अपने 11 साल के शासन में यमुना को साफ़ नहीं कर सकी लेकिन दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार अपने सौ दिन के शासन में ही इस ओर बड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं और केंद्र सरकार भी इस ओर तेजी से योजना बनाने में जुट गई है | यह कहना है भाजपा के वरिष्ठ नेता घोंड से पूर्व विधायक श्री दत्त शर्मा का | श्री दत्त शर्मा कहते हैं अपने दस साल के शासन में अरविन्द केजरीवाल नें कम से कम दस बार ही यह बात दोहराई यमुना में सफाई होने के बाद वे दिल्ली के लोगो के साथ यमुना में गोटा लगायेगें लेकिन हर बार उनकी बात झूठी ही साबित हुई | श्री दत्त शर्मा कहते हैं अब रेखा गुप्ता सरकार नें केंद्र सरकार के साथ मिलकर इस मिशन पर तेजी के साथ काम शुरू कर दिया है | केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार ने यमुना नदी की सफाई के लिए एक संयुक्त प्रयास शुरू किया है, जिसमें प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से कई पहल की गई हैं। 22 बड़े नालों का ड्रोन सर्वेक्षण किया जाएगा और प्रदूषण निगरानी के लिए 67 स्थानों की पहचान की गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) 360 छोटे और बड़े नालों का फिर से सत्यापन करेगा और नदी में गिरने वाले 22 बड़े नालों का ड्रोन सर्वेक्षण करेगा। यमुना नदी में प्रदूषण निगरानी के लिए 67 स्थानों की पहचान की गई है। श्रीदत्त शर्मा कहते हैं जुलाई तक सर्वेक्षण किया जाएगा और रिपोर्ट दिल्ली जल बोर्ड को सौंपी जाएगी। सितंबर 2025 तक, 67 पहचाने गए स्थानों पर साल में दो बार प्रदूषण के प्रभाव को मापने के लिए एक स्थायी प्रणाली स्थापित की जाएगी। जल शक्ति मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत भारत सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाली एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी को नालों में पानी के प्रवाह को मापने का काम सौंपा गया है, जो जुलाई तक पूरा हो जाएगा। , स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन अगस्त तक नजफगढ़ और शाहदरा नालों का भी सर्वेक्षण करेगा। दिल्ली जल बोर्ड शेष 20 प्रमुख नालों का सर्वेक्षण करेगा। साथ ही, दिल्ली सरकार 32 रियल-टाइम जल निगरानी स्टेशन स्थापित कर रही है, जिसमें यमुना नदी पर 10 और प्रमुख नालों पर 22 स्टेशन शामिल हैं। दिल्ली के बजट 2025-26 में, दिल्ली के सीएम गुप्ता ने यमुना की सफाई के लिए विशेष रूप से 500 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जहां 40 विकेन्द्रीकृत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के निर्माण के लिए धन आवंटित किया जाएगा। इसका उद्देश्य नदी में प्रवेश करने से पहले पानी का उपचार करना है, जिससे इसके स्रोत पर प्रदूषण का समाधान हो सके। यमुना को पुनर्जीवित करने और राज्य के सीवेज बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए 1500 करोड़ रुपये का बजट भी आवंटित किया गया है। श्री दत्त शर्मा कहते हैं आम आदमी पार्टी की सरकार इस महत्वपूर्ण परियोजना को लटकाए रखना चाहती थी जबकि रेखा गुप्ता सरकार की प्राथमिकता में है यह परियोजना |