Ayodhya Kartik Purnima: अयोध्या में कार्तिक पूर्णिमा स्नान, रामनगरी में आस्था का सैलाब, लाखों भक्तों ने लगाई पवित्र डुबकी
रामनगरी में उमड़ी श्रद्धा की लहर
अयोध्या में आज कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। सरयू नदी के तट पर सुबह तड़के से ही लाखों भक्तों ने पवित्र डुबकी लगाई। नयाघाट, रामघाट, लक्ष्मणघाट से लेकर गुप्तारघाट तक हर जगह भक्तों की भीड़ नजर आ रही है। घाटों पर भक्ति गीतों की धुन और “जय श्रीराम” के उद्घोष से पूरा शहर गूंज उठा है।
ड्रोन से निगरानी, चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं। पूरे मेला क्षेत्र में ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी जा रही है। सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों की तैनाती के साथ भारी पुलिस बल मुस्तैद है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य शिविर और एंबुलेंस टीम घाटों पर मौजूद हैं।
घाटों पर रोशनी और सफाई की मुकम्मल व्यवस्था
नगर निगम ने सरयू घाटों पर प्रकाश व्यवस्था, सफाई और पेयजल की सुविधाएं पूरी कर ली हैं। महिला श्रद्धालुओं के लिए 250 बायो टॉयलेट, 9 स्थायी और 88 अस्थायी चेंजिंग रूम बनाए गए हैं। महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी और नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने मंगलवार को स्वयं घाटों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को सफाई व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए।
तीन जोन में बंटा मेला क्षेत्र, अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी
मेला क्षेत्र को तीन जोन में विभाजित कर सुपर नोडल और नोडल अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। सरयू घाट, हनुमानगढ़ी, कनक भवन, ऋणमोचन घाट और गुप्तारघाट क्षेत्र में व्यवस्था का पर्यवेक्षण वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपा गया है। 250 सफाई कर्मचारियों की तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगाई गई है, वहीं 25 स्थानों पर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है।
कार्तिक पूर्णिमा का धार्मिक महत्व
ज्योतिषाचार्य राकेश तिवारी के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा स्नान, व्रत और दान के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। इसी दिन भगवान विष्णु का पहला अवतार ‘मत्स्य अवतार’ हुआ था और भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था। सिख धर्म में यह दिन प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था। सरयू घाटों पर दीपदान और देव दीपावली के आयोजन से आज पूरी अयोध्या प्रकाशमय हो उठी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए निर्देश
हादसों से बचाव और भीड़ नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सतर्क रहने और राहत कार्यों को निरंतर संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं रहनी चाहिए।
रामनगरी का हर कोना आज आस्था और भक्ति से सराबोर है। सरयू के तट पर दीपों की कतारें जगमगा रही हैं, मंदिरों में आरती, कथा और भजन-कीर्तन की ध्वनियां वातावरण को पवित्र बना रही हैं। लाखों श्रद्धालु स्नान, व्रत और दान के साथ मोक्ष की कामना कर रहे हैं।



