क्राइम कैपिटल बन चुकी है दिल्ली : नीलम चौधरी
* दिल्ली में चल रहा है जंगलराज
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : राजधानी दिल्ली देश की राजधानी के साथ-साथ अब क्राइम कैपिटल भी बन चुकी है | यह कहना है बाबरपुर जिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष नीलम चौधरी का | नीलम चौधरी कहती हैं दिल्ली पिछले 11 वर्षों से अपराध में नम्बर वन बने रहने के जिम्मेदार आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल है जिन्होंने 2013 में दिल्ली के लोगों को गुमराह करते हुए वादा किया था, हमें दिल्ली की सत्ता सौंपो, मैं दिल्ली की कानून व्यवस्था को दुरुस्त करके सब कुछ ठीक कर दूंगा। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल नें निरर्थक बयान देकर लोगां को भ्रमित किया और दिल्ली की जनता को धोखा दिया।
नीलम चौधरी ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल 3 बार मुख्यमंत्री बनने के बाद भी असहाय है, जबकि उनकी नाक के नीचे प्रतिदिन हत्याएं, गैंगवार, डकैती, महिलाओं पर अत्याचार, यौन उत्पीड़न और बलात्कार जैसी घटनाएं रिकॉर्ड तोड़ रही है। दिल्ली की बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनो बराबर की जिम्मेदार है। दिल्ली जंगलराज चल रहाहै जिसमें भाजपा और आदमी पार्टी के लोगों की मिलीभगत से दिल्ली की जनता आहत है। इनके संरक्षण में अपराधी खुले अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे है। जिम्मेदारी निभाने में विफल केन्द्रीय गृह मंत्री इस्तीफा दें।
नीलम चौधरी नें कहा कि दिल्ली में बढ़ती अपराधों और बिगड़ती कानून व्यवस्था के कारण आज हर वर्ग खौफ के साए में जी रहा है। खुले आम हत्याएं, घरों तक पुलिस कांस्टेबल की हत्या जैसी घटनाओं ने हर दिल्लीवाले के जहन में डर पैदा कर दिया है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपी आम आदमी पार्टी के मुखिया स्वयं गैंगवार, उगाही और धमकी देने वालों को संरक्षण देने के लिए संगठन चला रहे है और जनता के बीच बिगड़ती कानून व्यवस्था की दुहाई देते है। जबकि केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह शराब घोटाले के भ्रष्टाचार, सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग मामले व इनके 18 विधायक आपराधिक मामलों और अनैतिक उगाही में जेल की हवा खा चुके है।
नीलम चौधरी ने कहा कि “कट्टर ईमानदार“ केजरीवाल अपने प्रति लोगों की नापसंदगी से पूरी तरह हिल गए हैं, जनता की अनदेखी के कारण उन्हें लोगों के बीच जाने पर विरोध का सामना करना पड़ रहा है यही वजह है कि वो उन गरीब लोगों के घरों के चक्कर लगा रहे है जिनकी 11 वर्षों में हमेशा अनदेखी की थी। उन्होंने कहा कि जेल से छूटे भ्रष्टाचार के आरोपी जनप्रतिनिधि होने के नाते दिल्लीवालों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने की बजाय दिल्ली वालों की परेशानी और पीड़ा को कम करने के लिए काम की जगह लगातार आरोप प्रत्यारोप की राजनीति को अंजाम दे रहे है।