‘सिमरन’ ने 8 महीने में 9 बार रचाई शादी, किसान के बेटों से ठगे लाखों रुपये, शातिर गैंग का खुलासा
यवतमाल जिले की रहने वाली सिमरन अपनी मां और पांच अन्य साथियों के साथ मिलकर गुजरात, मध्य प्रदेश, हैदराबाद, मुंबई आदि जगहों पर शादीशुदा लड़कों को ठग चुकी है.
महाराष्ट्र के अहमदनगर की श्रीगोंदा पुलिस ने एक शातिर गैंग का खुलासा किया है. ये गैंग लड़कियों की शादी कराता था और उनसे जालसाजी करवाता था. श्रीगोंडा तालुका के मुंगुसगांव के एक युवक से दो लाख 15 हजार रुपये लेकर सिमरन नाम की लड़की से उसकी शादी कराई गई थी. दिलचस्प बात यह है कि शादी के तुरंत बाद इस लड़की ने भागने की कोशिश की. हालांकि, परिवार की सतर्कता के कारण पुलिस भागने वाली लड़की समेत गिरोह को गिरफ्तार करने में सफल रही है.
पुलिस जांच में पता चला है कि श्रीगोंदा पुलिस की पकड़ में आई सिमरन ने आठ महीने में नौ युवकों से शादी की और उनसे लाखों रुपये की ठगी की. पुलिस ने पत्नी की भूमिका निभाने वाली सिमरन गौतम पाटिल, उसकी मां और पांच अन्य समेत कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस जांच में इस गिरोह के कई कारनामे सामने आए हैं. यवतमाल जिले की सिमरन ने अपनी मां और पांच अन्य साथियों के साथ मिलकर गुजरात, मध्य प्रदेश, हैदराबाद, मुंबई आदि जगहों पर शादीशुदा लड़कों को ठगा है. गिरोह ने दो और युवकों को ठगने की साजिश रची थी.
हालांकि मुंगुसगांव मामले में केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने इन ठगों को गिरफ्तार कर लिया.
मुंगुसगांव के एक युवक ने 28 जून को शिकायत दर्ज कराई थी. तदनुसार, पुलिस ने गिरोह की जांच शुरू की और गिरोह को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने गिरोह से कुल 13 लाख 7 हजार 800 रुपये की चोरी की नकदी, वारदात में इस्तेमाल वाहन जब्त किया है. इस मामले में कोर्ट ने आरोपी को 11 दिन की कस्टडी दी है.
इस गिरोह का काम किसान परिवारों के बच्चों की जासूसी करना और उन्हें शादी के लिए फुसलाना है. श्रीगोंडा तालुका के मुंगुसगांव के एक किसान लड़के नितिन उल्गे की भी इसी तरह से इस गिरोह ने जासूसी की और उन्हें धोखा दिया. शादी के बाद नितिन की मां को इस गैंग पर शक हुआ. सिमरन की मां आशा पाटिल शादी को नोटरीकृत करने के बहाने नितिन के परिवार को श्रीगोंडा ले गईं. सिमरन की योजना वहां पहले से मौजूद अपने अन्य साथियों की मदद से भागने की थी हालाँकि, नितिन की माँ मंदाबाई उगले ने इस योजना को विफल कर दिया.
उगले परिवारों ने स्थानीय नागरिकों की मदद से आशा गौतम पाटिल, सिमरन गौतम पाटिल, शेख शाहरुख शेख फरीद, दीपक पाडुरंग देशमुख, अर्जुन रामराव पाटिल उर्फ कर्णन गौतम पाटिल, सचिन बलदेव राठौड़ उर्फ राजूराम राव राठौड़, युवराज नामदेव जाधव को पुलिस को सौंप दिया.
बता दें कि वर्तमान समय में लड़कियों की संख्या कम होने से शादी का लालच दिखाकर ठगी करने वाले गिरोह बढ़ गए हैं और इस सिमरन ने किसी और को ठगा है या नहीं, यह पुलिस जांच में सामने आएगा. हालाँकि, इस घटना से पता चला है कि बाल विवाह एक बड़ा सामाजिक मुद्दा बन गया है.