लोकसभा चुनाव में JDU का खेल बिगाड़ेंगे रामबली सिंह चंद्रवंशी? नीतीश कुमार को लेकर दिया बड़ा बयान
करीब दो महीना पहले आरजेडी के विधान पार्षद रामबली सिंह चंद्रवंशी विधान परिषद से निष्कासित किए गए हैं. उनका कहना है कि इसकी वजह नीतीश कुमार हैं.
2024 के लोकसभा चुनाव में एक तरफ पार्टियों ने जीत के लिए मेहनत शुरू कर दी है तो वहीं कुछ ऐसे नेता हैं जो हराने के लिए चाल चलने वाले हैं. करीब दो महीना पहले विधान परिषद से निष्कासित आरजेडी के विधान पार्षद रामबली सिंह चंद्रवंशी ने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की पार्टी को चुनौती दे दी है. मंगलवार (19 मार्च) को एबीपी न्यूज़ से बातचीत में रामबली सिंह चंद्रवंशी ने सीएम नीतीश कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया है.
रामबली सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि हम तो लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी के 16 प्रत्याशियों को हराने के लिए पूरी मेहनत करेंगे. नीतीश कुमार ने ही हमें बर्बाद किया है. दरअसल, रामबली सिंह चंद्रवंशी अति पिछड़ा समाज से आते हैं. अति पिछड़ा बचाओ संघर्ष मोर्चा के बैनर तले कई महीनों से आंदोलन पर जुटे हुए हैं. उन्होंने पूरे बिहार में इसके लिए यात्रा भी की है. विधानसभा का घेराव भी किया है. पटना में बड़ी सभा भी की है. इसको देखते हुए आरजेडी की ओर से विधान परिषद में याचिका दायर की गई थी. इसके बाद उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई.
अब रामबली सिंह चंद्रवंशी ने इसका ठीकरा आरजेडी पर न फोड़कर सीधे तौर पर नीतीश कुमार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस सबके जिम्मेदार सीएम नीतीश कुमार ही हैं. मैं अंतिम हद तक प्रयास करूंगा कि उनके सभी प्रत्याशी हार जाएं.
नीतीश कुमार ने दिया था आश्वासन
एबीपी न्यूज़ से बातचीत में रामबली सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि मेरी मुख्य रूप से एक ही मांग थी की अति पिछड़ा में डांगी, तेली और तमोली को हटाया जाए क्योंकि यह लोग समृद्ध हैं. आरक्षण लेकर गरीबों की हकमारी कर रहे हैं. इसके लिए हम 2015 से लगातार लड़ाई लड़ रहे हैं. नीतीश कुमार से व्यक्तिगत मिले थे. उन्होंने आश्वासन भी दिया था, लेकिन आज तक उस पर कोई काम नहीं किया इसलिए हमने आंदोलन शुरू किया.
आगे कहा कि नीतीश कुमार के कहने पर आरजेडी की ओर से विधान परिषद में याचिका दायर की गई. नीतीश कुमार ने ही उस पर आनन-फानन में कार्रवाई कराई. बता दें कि इसी तरह 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोला था. जेडीयू 43 सीटों पर सिमट गई थी. ऐसे में लोकसभा चुनाव में रामबली सिंह चंद्रवंशी की ओर से इस तरह का ऐलान नीतीश कुमार के लिए कितना घातक होगा यह देखने वाली बात होगी.