जेल हेड वार्डन के यहां गए हमला करने, दूसरे के घर कर दी फायरिंग; कुत्तों के चक्कर में गुमराह हुए बदमाश

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जेल वार्डन के घर फायरिंग करने पहुंचे थे बदमाश, कुत्तों की वजह से फेल हुआ प्लान…

पुलिस के मुताबिक 8 अप्रैल को सूचना मिली थी कि वेलकम इलाके के कबीर नगर में गली नंबर 4 में कुछ लड़कों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कई कारतूस बरामद किए.

 

दिल्ली पुलिस ने 5 ऐसे बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने जेल में हुई पिटाई का बदला लेने के लिए जेल वार्डन के घर पर फायरिंग करने की साजिश रची. आरोपियों को बताया गया कि एक घर के बाहर 2 कुत्ते बैठे हैं. वहीं फायरिंग करनी है. लेकिन जब बदमाश उस गली में पहुंचे तो दोनों कुत्ते पास के एक दूसरे घर में बैठे मिले. ऐसे में बदमाशों को लगा यही वार्डन का घर है और फिर आरोपियों ने उसी घर के बाहर खड़े होकर 10 राउंड फायरिंग कर दी.

8 अप्रैल को मिली सूचना

उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी जॉय ट्रिकी के मुताबिक 8 अप्रैल को सूचना मिली थी कि वेलकम इलाके के कबीर नगर में गली नंबर 4 में कुछ लड़कों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कई कारतूस बरामद किए. आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच से पता चला कि 2 बाइक पर सवार होकर 5 आरोपी फायरिंग करने आए थे. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच की तो पता चला कि एक आरोपी अरबाज़ है, जो कि उत्तरी पूर्वी दिल्ली के इरफान छेनू गैंग का गुर्गा है. उसने अपने साथी आकिब के साथ मिलकर जेल वार्डन स्वराज सिंह से बदला लेने के लिए उसके घर पर फायरिंग करने का प्लान बनाया था. अरबाज़ और आकिब मंडोली जेल में बंद थे और 3 अप्रैल को दोनों की पिटाई स्वराज सिंह ने जेल में की थी. उसके बाद से ही दोनों बदले की आग में जल रहे थे.

पुलिस के मुताबिक अरबाज़ और आकिब के साथ जेल नम्बर 11 में यासीन भी बंद था. जो कि 7 अप्रैल को जमानत पर बाहर आया था. यासीन जेल से बाहर आने के बाद अब्दुल्लाह, ज़ोऐब, इस्तकर, मिस्बाह, फरदीन और जुबैर से जाफराबाद में मिला. फरदीन ने एक पिस्टल, एक देशी कट्टा समेत 9 कारतूस मिस्बाह और ज़ोऐब को थमाए थे.

हथियार लेने के बाद यासीन, अब्दुल्लाह और मिस्बाह एक मोटरसाइकिल पर सवार हो गए. जबकि ज़ोऐब और इस्तकर दूसरी मोटरसाइकिल पर सवार होकर 8 अप्रैल की रात करीब 1 बजे कबीर नगर पहुंचे. जुबैर को कॉलोनी के अंदर जाकर जेल वार्डन के घर की पहचान करने जिम्मा सौंपा गया. थोड़ी देर जुबैर ने जेल वार्डन के घर की लोकेशन के साथ सबको बताया कि जेल वार्डन के घर के बाहर 2 कुत्ते बैठे हुए है.

घर की पहचान मिलने के बाद यासीन, अब्दुल्लाह, मिस्बाह, ज़ोऐब और इस्तकर ने गली नंबर 4 के एक घर के बाहर 10 राउंड फायरिंग की. लेकिन जिस घर के बाहर बदमाशों ने फायरिंग की वो किसी और का घर था.

दरअसल जुबैर ने जब कुत्तों को देखा था उस वक़्त वो स्वराज सिंह के घर के बाहर बैठे थे. लेकिन बाद में कुत्ते पड़ोसी के घर चले गए. इसी वजह से बदमाशों ने किसी दूसरे के घर के बाहर फायरिंग कर दी थी. पुलिस ने बदमाशों के पास के हथियार समेत बाइक भी बरामद कर ली है।

 

 

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