करौली सांप्रदायिक हिंसा के मामले में 33 गिरफ्तार, पुलिस बोली- वीडियो से करेंगे पहचान
करौली सांप्रदायिक हिंसा में 33 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही है. करौली में कैंप कर रहे आईजी पीके खमेसरा ने कहा कि जांच जारी है. यह सही है कि छतों से पत्थर फेंके जाने के बाद भगदड़ मची और दुकानों में आगजनी हुई है. करौली में कर्फ्यू लगा दिया गया है और सोमवार रात तक के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है. प्रशासन ने दोनों पक्षों के साथ मिलकर शांति की अपील की है. मिली जानकारी के मुताबिक आज शाम फिर बैठक की जाएगी. इस घटना में गंभीर रूप से घायल एक शख्स का इलाज जयपुर में किया जा रहा है जबकि 27 लोगों को उपचार के बाद छुट्टी मिल गई है. पुलिस के मुताबिक उनके पास वीडियो आए हैं जिनकी जांच की जा रही है.
पुलिस ने बताई हिंसा की कहानी, कैसे हुई शुरुआत?
करौली पुलिस के अनुसार नव संवत्सर को मनाने के लिए बाइक रैली मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रही थी तभी कुछ लोगों ने पथराव कर दिया. देखते ही देखते हिंसा बढ़ गई. उपद्रवियों ने कुछ दुकानें और एक बाइक को भी जला दी. साथ ही कई अन्य वाहनों में तोड़फोड़ की गई है.
दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी- सीएम गहलोत
रैली पर पथराव के बाद भड़की हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि उन्होंने इस मामले में तुरंत डीजीपी और पुलिस प्रशासन से बातचीत की है. इस मामले में जो भी लोग दोषी है उनके खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी. सीएम ने कहा है कि राजस्थान में हमेशा से यह परंपरा रही है या हिंदू,मुस्लिम, सिख, और इसाई आपस में मिल जुल कर रहते हैं. पुलिस तो अपना काम कर ही रही है लेकिन वहां के समाज के बड़े बुजुर्गों को भी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आगे आना चाहिए.