Pakistan Spy Network India: भारत में रहकर पाकिस्तान के लिए जासूसी: गुजरात ATS ने गोवा और दमन से दो गिरफ्तार, सेना का पूर्व सूबेदार शामिल
भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने एक अहम सफलता प्राप्त करते हुए देश के भीतर सक्रिय एक जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। गुजरात एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने एक बड़ी कार्रवाई के दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों को संवेदनशील सैन्य और रणनीतिक जानकारी भेजने के आरोप में पकड़े गए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में एक पूर्व सैनिक और एक महिला शामिल है, जो काफी समय से पाकिस्तान के लिए गुप्त रूप से काम कर रहे थे।
गुजरात ATS की टीम ने गोवा से ए.के. सिंह नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर कार्यरत रह चुका है। वहीं दमन से रश्मनी पाल नाम की महिला को हिरासत में लिया गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दोनों पाकिस्तान स्थित हैंडलर्स के संपर्क में थे और उन्हें देश से संबंधित महत्वपूर्ण व गोपनीय सूचनाएं उपलब्ध कराते थे। दोनों आरोपी कई महीनों से अलग–अलग लोकेशन से यह गतिविधियां संचालित कर रहे थे ताकि सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर न आएं।
जानकारी के अनुसार, ए.के. सिंह अपनी पूर्व सैन्य सेवा के अनुभव और नेटवर्क के चलते रक्षा व्यवस्था तथा सेना की गतिविधियों से जुड़ी जानकारी हासिल करता था और उन्हें डिजिटल माध्यम से पाकिस्तान भेजता था। वहीं रश्मनी पाल नेटवर्क को लॉजिस्टिक सपोर्ट प्रदान कर रही थी और धन के लेनदेन में अहम भूमिका निभा रही थी। शुरुआती पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान की ओर से दोनों को वित्तीय सहायता दी जा रही थी और इसके माध्यम से उन्हें प्रलोभित कर संवेदनशील जानकारी हासिल की जा रही थी।
गुजरात ATS दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और जांच यह पता लगाने पर केंद्रित है कि इस जासूसी रैकेट में और कौन–कौन लोग शामिल हैं तथा जानकारी का दायरा किन-किन स्तरों तक पहुंच चुका है। संबंधित केंद्रीय एजेंसियों को भी मामले की सूचना दे दी गई है और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, डिजिटल रिकॉर्ड, बैंकिंग लेनदेन और कॉल डिटेल की जांच की जा रही है।
देश की सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह गिरफ्तारी पाकिस्तान द्वारा भारत में जासूसी नेटवर्क फैलाने के निरंतर प्रयासों को उजागर करती है और ऐसे किसी भी नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।



