नेहरू के लेटर से राहुल के कैबिनेट का फैसला फाड़ने का जिक्र, PM मोदी बोले- ‘गांधी परिवार करता रहा संविधान का अपमान’

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PM मोदी
नेहरू के लेटर से राहुल के कैबिनेट का फैसला फाड़ने का जिक्र, PM मोदी बोले- 'गांधी परिवार करता रहा संविधान का अपमान'

PM Narendra Modi On 75th Year of Constitution: लोकसभा में ‘संविधान के 75 वर्ष की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा में शनिवार (14 दिसंबर 2024) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, “हमारे संविधान निर्माता ये नहीं मानते थे कि भारत में 1947 में संविधान आया है. हम सिर्फ विशाल लोकतंत्र नहीं हैं, बल्कि हम लोकतंत्र की जननी हैं. भारत का लोकतंत्र बहुत समृद्ध रहा है.”

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “जब देश संविधान के 25 बरस पूरे कर रहा था तो इसे नोंच लिया गया, देश में आपातकाल लगाया गया. देश को जेलखाना बना दिया गया. प्रेस पर ताला लगा दिया गया. दुनिया में जब जब लोकतंत्र की चर्चा होगी तब कांग्रेस के इस कलंक की चर्चा होगी.”

‘कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, “मैं किसी की व्यक्तिगत आलोचना करना नहीं चाहता हूं, कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. 55 साल एक ही परिवार ने राज किया इसलिए देश को ये अधिकार हैं कि देश में क्या क्या हुआ. हर स्तर पर इस परिवार ने संविधान को चुनौती दी है. जब देश के संविधान 50 साल हुआ तब मुझे भी मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला था. जब 60 साल हुआ तब हाथी पर संविधान की गौरवशाली यात्रा निकाली गई थी.”

पीएम मोदी ने कहा, “पंडित नेहरू ने 1951 में मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी कि अगर संविधान हमारे रास्ते के बीच में आ जाए तो हर हाल में संविधान में परिवर्तन करना चाहिए.”

 कांग्रेस ने संविधान की मूल भावना को लहूलहूान कर दिया: पीएम मोदी

नरेंद्र मोदी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू पर अभिव्यक्ति की आजादी छीनने का आरोप लगाते हुए कहा, “संविधान संशोधन का ऐसा खून कांग्रेस के मुंह पर गया कि कांग्रेस इसका बार बार शिकार करती रही. कांग्रेस इसकी मूल भावना को बार बार लहूलूहान करती रही. जो बीज देश के पहले पीएम ने बोया था, उसे खाद पानी देने का काम किया इंदिरा गांधी ने. 1971 में सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला आया और संविधान में संशोधन करके इसे पलट दिया गया. अदालत के सारे अधिकारों को छीन लिया गया था. इस काम को अंजाम श्रीमति इंदिरा गांधी ने किया था.”

पीएम मोदी ने कहा, “इंदिरा गांधी ने अपनी ही कुर्सी बचाने के लिए आपातकाल लगा दिया. उन्होंने संविधान का गला तो घोंटा ही, इसके अलावा संविधान का 39 वां संशोधन कर दिया.”

‘राजीव गांधी ने वोटबैंक की खातिर संविधान की भावना को बलि चढ़ा दिया’

पीएम मोदी ने कहा, “जो परंपरा नेहरू जी ने शुरू की, जिसको इंदिरा जी ने आगे बढ़ाया, राजीव गांधी ने संविधान को एक और गंभीर झटका दे दिया. समानता के भाव को चोट पहुंचाई. भारत की महिला को न्याय देने का काम संविधान की मर्यादा के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने दिया था लेकिन राजीव गांधी ने वोटबैंक की खातिर संविधान की भावना को बलि चढ़ा दिया और कट्टरपंथियों के आगे सिर झुका दिया.”

सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर पीएम ने साधा निशाना

पीएम मोदी ने कहा, “मनमोहन सिंह जी ने कहा था कि ‘मुझे यह स्वीकार करना होगा कि पार्टी अध्यक्ष सत्ता का केंद्र है.’ सरकार पार्टी के प्रति जवाबदेह है. इतिहास में पहली बार संविधान को ऐसी गहरी चोट पहुंचा दी गई. नेशनल एडवाइजरी काउंसिल को पीएमओ के ऊपर बैठा दिया गया.”

पीएम मोदी ने राहुल गांधी को अहंकारी बताया. उन्होंने कहा, “एक अहंकारी व्यक्ति ने कैबिनेट के फैसले को फाड़ा और कैबिनेट ने अपना फैसला बदल दिया था. एक अहंकारी व्यक्ति कैबिनेट के निर्णय को फाड़ दे और कैबिनेट अपना फैसला बदल दे ये कौन-सी व्यवस्था है. कांग्रेस ने निरंतर संविधान की अवमानना किया है. संविधान के महत्व को कम किया है. मैं वहीं कह रहा हूं जो संविधान के साथ अब तक हुआ है.”

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