मोदी राज नें तोड़ डाले महंगाई के सारे रिकार्ड : श्रीदत्त शर्मा

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मोदी राज नें तोड़ डाले महंगाई के सारे रिकार्ड : श्रीदत्त शर्मा
मोदी राज नें तोड़ डाले महंगाई के सारे रिकार्ड : श्रीदत्त शर्मा

मोदी राज नें तोड़ डाले महंगाई के सारे रिकार्ड : श्रीदत्त शर्मा

* महंगाई नें किया लोगो का जीना मुहाल

नई दिल्ली ( सी.पी.एन. न्यूज़ ) : आज से दस साल पहले देश में एक नारा बड़ी तेजी से गूंजा था बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार | और लोग नारे से प्रभावित भी हुए थे यहाँ तक कि लोगो ने लुभावने नारों से प्रेरित हो सत्ता भी बदल डाली थी | लेकिन उसके बाद क्या हुआ महंगाई की रफ्तार और तेजी से बढ़ने लगी तथा महंगाई ने लोगो का जीना मुहाल कर दिया | यह कहना है घोंडा विधानसभा से आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक श्री दत्त शर्मा का
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श्रीदत्त शर्मा कहते हैं आज आलम यह है की देश की आधी से भी ज्यादा आबादी महंगाई से त्रस्त है लोगो का जीना मुहाल है दो जून की रोटी के लिए लोगो को दिन रात पसीना बहाना पड़ता है तब जाकर उन्हें रोटी नसीब होती है | जो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने से पहले महंगाई पर बड़े-बड़े दावे करते थे, आज उनके मुंह से महंगाई का ‘म’ भी नहीं निकल रहा है। श्री दत्त शर्मा कहते हैं आज हर सामान की कीमत में आग लगी है। राशन-दाल से लेकर सब्जियों समेत रोजमर्रा के सामानों की कीमतें आसमान छू रही है। नमक-तेल जैसे बेहद जरूरी चीजों की कीमतें मोदी राज में कई गुना तक बढ़ गई है। एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, सब्जियों की कीमत एक साल के भीतर 60 फीसदी तक बढ़ी है। 2014 में पेट्रोल की कीमत 70 रुपये लीटर थी, जो आज सौ रुपये से ज्यादा है।

2014 में डीजल की कीमत 55 रुपये लीटर थी, जो आज 90 रुपये लीटर है। घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 414 रुपये थी, जो आज एक हजार से ज्यादा है । 2014 में सी.एन.जी की कीमत 38 रुपये प्रति किलो थी, जो आज 90 रुपये प्रति किलो है। 2014 में आटा 21 रुपये प्रति किलो पर था, जो आज करीब पचास रुपये प्रति किलो है। 2014 में जो चावल 29 रुपये प्रति किलो पर था, जो आज सौ रुपये प्रति किलो है। 2014 में दूध के दाम 36 रुपये प्रति लीटर पर थे, जो आज 63 रुपये प्रति लीटर है। 2014 में अरहर दाल 75 रुपये प्रति किलो के भाव पर थी, जो आज 130 रुपये प्रति किलो है। सरसों का तेल 90 रुपये प्रति किलो पर था, जो आज करीब दो सौ रुपये प्रति किलो है।

श्री दत्त शर्मा कहते हैं प्रधानमंत्री देश को विश्वगुरु बनाने का दावा करते हैं। मगर हकीकत ये है कि आज देश के 80 करोड़ लोग राशन की लाइनों में लगने और करोड़ों लोग रोज भूखे पेट सोने को मजबूर हैं। इस अमृत काल में देश के करोड़ों बच्चे कुपोषण और भुखमरी के शिकार हैं |

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