सेवा के लिए राजनीति में आया और जितनी कर सकता था की : गौतम गंभीर

0
73
सेवा के लिए राजनीति में आया और जितनी कर सकता था की : गौतम गंभीर
सेवा के लिए राजनीति में आया और जितनी कर सकता था की : गौतम गंभीर

सेवा के लिए राजनीति में आया और जितनी कर सकता था की : गौतम गंभीर
* सांसद फंड को हमेशा माना जनता का पैसा
* जन रसोई की हुई देश भर में चर्चा

– अश्वनी भारद्वाज –

नई दिल्ली , पूर्वी दिल्ली के भाजपा सांसद गंभीर गंभीर ने पार्टी से राजनैतिक दायित्वों से मुक्त करने का आग्रह किया है. गौतम गंभीर के इस फैसले के बाद इस बात की चर्चा हो रही है कि भाजपा गौतम गंभीर का टिकट काट रही थी. जिसकी वजह से उन्होंने राजनीतिक पारी समाप्त करने का ऐलान कर दिया, विपक्षी भी यह आरोप लगा रहे हैं कि गौतम गंभीर ने पूर्वी दिल्ली क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया. जिसकी वजह से उन्हें राजनीति के मैदान से भागना पड़ा | लेकिन ऐसा नहीं है करीब दस दिन पहले ही हमारी उनसे एक लंबी मुलाकात हुई थी और तमाम मुद्दों पर उनसे चर्चा हुई थी जिसे हमने आप सभी से साझा भी किया था | उस दिन उन्होंने हमसे कहा था मैं राजनीति में सेवा करने आया हूँ और मुझसे जो बनता है करता हूँ | गौतम से हमने उनके कामों का ब्यौरा माँगा था तो उन्होंने वो सब कुछ बताया था जो उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान किया था | उस मुलाकात की कुछ बाते आप से साझा कर रहा हूँ |

इन सब आरोपों के बीच अगर हम गौतम के काम का आकलन करें तो शायद ही कोई सांसद गंभीर के व्यक्तिगत तौर पर किए गए कामों के सामने टिक पाएगा | पूर्वी दिल्ली का सांसद बनने के बाद गौतम गंभीर ने अपने क्षेत्र के जरूरतमंदों के लिए जन रसोई की शुरुआत की, इस जन रसोई में महज एक रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाता है, रोजाना सैकड़ों लोग इस जन रसोई में जाकर भूख मिटाते है.इस जन रसोई के माध्यम से ऐसे लोगों का पेट भरता है जो मुश्किल से एक जून की रोटी भी नहीं कमा पाते है | कोरोना काल में जब ज्यादातर नेता घरों में कैद थे, जब गौतम गंभीर की टीम सड़कों पर उतरकर पका हुआ खाना और राशन किट का वितरण करने में जुटी थी.गौतम गंभीर फाउंडेशन की तरफ से हजारों लोगों में रोजाना पका हुआ खाना बांटा जाता, सैकड़ों लोगों तक राशन किट पहुंचाई जाती थी.कोरोना मरीज जब दवा के लिए लोग दर-दर भटक रहे थे तब गौतम गंभीर ने मरीजो तक दवा पहुंचाने का काम किया |

क्रिकेटर से सांसद बने गौतम गंभीर ने पूर्वी दिल्ली क्षेत्र के युवाओं के बीच खेल प्रतिभा को भी बढ़ाने और सामने लाने का काम किया, उनके प्रयास से यमुना स्पोर्ट्स कंपलेक्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम बनाया, जिसमें उनकी तरफ से ईस्ट दिल्ली प्रीमियर लीग की शुरुआत की गई, आज ईस्ट दिल्ली प्रीमियर लीग से उभरे खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग में भी जगह बनाने में कामयाब रहे हैं |

गौतम गंभीर ने न केवल क्रिकेट को बढ़ावा दिया बल्कि दूसरे खेलों को भी प्रमोट किया, गौतम गंभीर ने अपने संसदीय फंड से त्रिलोकपुरी स्थित बाबा भीमराव अंबेडकर खेल परिसर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का फुटबॉल मैदान तैयार कराया, ताकि क्षेत्र के गरीब बच्चे को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैदान में खेलने का मौका मिले | गौतम गंभीर जनता के बीच नहीं जाने का आरोप भी लगाया जा रहा है, लेकिन वह गौतम गंभीर कनेक्ट कार्यक्रम के माध्यम से लोगो से अक्सर मिलते थे | पूर्वी दिल्ली के मंडावली चौक स्थित खाली मैदान पर खूबसूरत पार्क डेवलप करने का काम भी सांसद गौतम गंभीर ने किया है, गौतम गंभीर ने आनंद विहार इलाके में पूर्वी दिल्ली के ढलाव घर को लाइब्रेरी बनाकर दिल्ली नगर निगमको सौपा है. जिसमें सैकड़ो की संख्या में पुस्तके उपलब्ध कराई गयी है | गौतम गंभीर ने संसदीय फंड से किए गए कार्यों की कभी क्रेडिट नहीं मिली, उनका मानना है कि, सांसद फंड जनता का पैसा है और वह उसे जनता तक पहुंचा रहे हैं, इसे पंहुचा कर वह कोई एहसान नहीं कर रहें है बल्कि यह उनका दायित्व है |

उनकी तरफ से पूर्वी दिल्ली के पार्कों में सैकड़ों की संख्या में लगाई गई बेंचो में लिखा गया है की ‘ ये बेंच जनता के टैक्स के पैसे से निर्मित और जनता को समर्पित’ | गौतम गंभीर अपने कार्यक्रमों में अक्सर यह कहते नजर आए की वह सेवा के लिए राजनीति में आए हैं. जिसे उन्होंने अपने कार्यों से चरितार्थ करने की कोशिश की है |

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here