बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के शुरू होने में अब कुछ घंटों का ही समय बचा है। भारतीय ओलंपिक संघ ने पीवी सिंधु को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें राष्ट्रमंडल खेलों में होने वाले उद्घाटन समारोह में भारत का ध्वजवाहक बनाया गया है। सिंधु को यह मौका लगातार दूसरी बार मिला है। वह पिछली बार ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट (2018) में भी भारत की ध्वजवाहक थीं। भारतीय ओलंपिक संघ ने अपने बयान में कहा, ”दो बार की ओलंपिक पदक विजेता शटलर पीवी सिंधु को बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह में टीम इंडिया के ध्वजवाहक के रूप में घोषित करते हुए हमें खुशी हो रही है।” संघ ने यह भी कहा कि नीरज चोपड़ा की चोट के बाद भारोत्तोलक मीराबाई चानू और मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन पर विचार किया गया। ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा, जो पिछले कॉमनवेल्थ गेम में भी देश के लिए गोल्ड लेकर आए थे। इस कॉमनवेल्थ गेम में देश के ध्वजवाहक हो सकते थे। लेकिन विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने के बाद कमर की चोट के चलते वे कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 से बाहर हो गएं। कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की तरफ से कुल 215 एथलीट हिस्सा लेंगे। 1930 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट में भारत अब तक 17 बार भाग ले चुका है। उसने चार बार हिस्सा नहीं लिया। भारतीय खिलाड़ी 1930, 1950, 1962 और 1986 राष्ट्रमंडल खेलों में नहीं उतरे थे। 1934 में पहली बार भारतीय खिलाड़ियों ने जब भाग लिया था तब इसे ब्रिटिश एम्पायर गेम्स कहा जाता है। आजादी के बाद पहली बार भारत ने 1954 में राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लिया था।