कोविड से डरने की नहीं बल्कि सावधानी की आवश्यकता है : डॉ ग्लैडबिन त्यागी
सावधानी ही कोविड से बचाव का एकमात्र कारगर उपाय
-हर्ष भारद्वाज –
नई दिल्ली , साल 2021 के बाद कोविड संभवत अपने उच्चतम स्तर पर है और जिस प्रकार यह पूरे देश में अपने पैर पसार रहा है उससे जनता के बीच भय का माहौल व्याप्त होना स्वाभाविक बात है ।।इस साल जिस जे एन.1 वायरस के केस सबसे ज्यादा मिल रहे हैं वह ओमीकरोन का ही एक सब वेरिएंट है , इस वायरस की संक्रमण शक्ति और संक्रामकता की दर अधिक नहीं होने के कारण इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है किंतु सावधानी बहुत आवश्यक है । यह कहना है स्वामी दयानन्द अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्वसन एवं छाती रोग विशेषज्ञ डॉ.ग्लैडविन त्यागी का | डॉ.त्यागी बताते हैं वायरस शरीर में प्रवेश करने के बाद मरीज के अंदर ओमीकरोन वायरस जैसे ही लक्षण पैदा करता है इन लक्षणों में शामिल हैं गला खराब होना,थकान,हल्की खांसी,बुखार,मांसपेशियों में दर्द,नाक बंद होना , इसके अलावा अन्य लक्षणों में सिरदर्द,मतली,भूख न लगना और जठरांत्र संबंधी समस्याएं भी शामिल हैं । जो लोग गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं अथवा जिनकी रोग प्रतिरोधी क्षमता कम है उनके अंदर वायरस का नुकसान पहुंचाने का खतरा अधिक रहता है ।। कोविड से बचने का सबसे कारगर उपाय संक्रमण को फैलने से रोकना है जिसके लिए मुंह पर मास्क लगाना , खांसते छींकते समय मुंह ढकना , भीड़भाड़ वाली जगहों पर बेवजह ना जाना , संपर्क में आने पर हाथों को धोना और बीमार होने पर डॉक्टर की सलाह लेना शामिल है ।
सावधानी ही कोविड से बचाव का एकमात्र कारगर उपाय है कोविड से डर कर नहीं बल्कि लड़कर जीत जा सकता है , वर्तमान वैक्सीन कोविड के विरुद्ध पूर्णतः कारगर है और जहां तक कोविड से लड़ने की तैयारी की बात है सरकार द्वारा इस दशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं और अस्पतालों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि वह अपनी तैयारी को पूरा करके रखें ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से बचा जा सके ।



