हवालात से चली हवा, दिल्ली में बनती जा रही है चर्चा का विषय,चाय की दुकान हो या ढाबा हर जगह केजरीवाल
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,चारदीवारी के बीच बनी हवालात जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता लेकिन वहां से चली एक हवा दीवारे फांदते हुए ना केवल राजधानी दिल्ली की गलियों में चर्चा का विषय बनी हुई है बल्कि जर्मनी ,अमेरिका ,संयुक्त राष्ट्र सहित पूरी दुनिया में गूंज मचाये हुए है | समझ गए ना आप कौन सी हवालात और कौन सी हवा | ठीक समझे आप, हवालात ईडी की और हवा ऐके मिसाइल की | आपको याद होगा हमने चार दिन पहले ऐके मिसाइल का नामकरण किया था और बताया था यह मिसाइल हजारों किलोमीटर दूर तक मार करती है | अभी तो यह मिसाइल ट्रायल पर है और जब यह धूम मचाना शुरू करेगी अपना व्यापक असर दिखाएगी |
ट्रायल पर ही इस मिसाइल की गूंज संयुक्त राष्ट्र तक पहुंच गई है जो बहुत बड़ी बात है | अब आप खुद ही समझिये दिल्ली की जड़ों तक यह हवा पहुंच चुकी है और दस से पन्द्रह फीसदी भी असर इसका पड़ा तो चुनावी परिणाम कुछ और ही दिखेगें, इस सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता | ए.के.मिसाइल यानी अरविन्द केजरीवाल की चर्चा आजकल हर गली हर मौहल्ले में ,हर बस में हर मेट्रो में ,चाय वाले की दुकान पर,ढाबों पर आपने भी सुनी होगी और हमारा तो बुरा हाल है दिन में कम से कम पचास फोन तो यही आते हैं केजरीवाल की गिरफ्तारी का चुनाव परिणामो पर क्या असर पड़ेगा | हम उल्टा उनसे पूछते है जवाब मिलता है केजरीवाल की पार्टी को मिलेगा बड़ा फायदा |
इतना ही नहीं भाजपा के हमारे मित्र भी यही सवाल पूछते है | यानी चर्चा जोरो पर है और राजनीती में चर्चा और खर्चा कामयाबी के दो बड़े मन्त्र माने जाते है | झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कल्पना सोरेन का आज अरविन्द की धर्मपत्नी सुनीता से मिलना भी झारखंड तक मिसाइल की गूँज पहुंचाएगा इसकी भी प्रबल सम्भावना है | कल्पना सोरेन ने कहा कि मैं सुनीता केजरीवाल से मिलकर उनका दुख दर्द बांटने आई थी. हमने मिलकर प्रण लिया है कि इस लड़ाई को हमें बहुत दूर तक लेकर जाना है | वैसे तो सुनीता की लांचिंग हो चुकी है लेकिन रैली के बाद ऐके.की विरासत को आगे बढ़ाने की पारी की शुरुवात भी होनी तय है | आज बस इतना ही …


