नरेंद्र मोदी सरकार पंडित दीनदयाल के विचारों को ले आगे बढ़ रही है : विजय गोयल
* भाजपा शाहदरा ज़िला द्वारा विचार गोष्ठी का आयोजन
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर भाजपा शाहदरा ज़िला द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी का विषय “एकात्म मानववाद एवं राष्ट्र निर्माण में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का योगदान” रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल, भाजपा शाहदरा ज़िला अध्यक्ष दीपक गाबा, ज़िला प्रभारी डॉ. अनिल गुप्ता ने दीप प्रज्ज्वलन एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं गांधी शान्ति स्मृति समिति के उपाध्यक्ष विजय गोयल ने उनके सरल, त्यागपूर्ण एवं राष्ट्रहित समर्पित जीवन का विस्तार से उल्लेख किया।
विजय गोयल ने बताया कि पंडित दीनदयाल ने “अंत्योदय” और “एकात्म मानववाद” जैसी विचारधारा के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुँचाने का जो सपना देखा, वही आज भी मार्गदर्शक है और वर्तमान नरेंद्र मोदी की सरकार उसी विचार को लेकर आगे बढ़ रही हैं।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया गया।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बुद्धिजीवियों, युवाओं , भाजपा कार्यकर्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं नागरिकों ने भाग लिया और पंडित जी के विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
ज़िला प्रभारी डॉ अनिल गुप्ता ने कहा कि सभी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जीवनी पर प्रकाशित साहित्यों का अध्ययन करना चाहिए। दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवन और उनके विचारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रहित और समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुँचाने का जो संकल्प लिया था, वही आज भी प्रासंगिक है। ज़िला अध्यक्ष दीपक गाबा ने कहा कि एकात्म मानववाद को भारतीय संस्कृति का मूल दर्शन बताते हुए कहा कि यह विचारधारा व्यक्ति, समाज और राष्ट्र को जोड़ने का कार्य करती है।”पंडित दीनदयाल जी का जीवन सादगी, सेवा और राष्ट्र के प्रति समर्पण का आदर्श उदाहरण है।
आज हमें उनके जीवन मूल्यों को अपनाकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की आवश्यकता है।” इस अवसर पर ज़ोन चेयरमैन रामकिशोर शर्मा, ज़िला प्रवक्ता भारत गौड़, महिला मोर्चा अध्यक्ष अपर्णा गोयल सहित सभी ज़िला के मण्डल अध्यक्ष, पदाधिकारीयों के साथ बड़ी संख्या में शिक्षाविद, बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता, युवाओं एवं नागरिक उपस्थित रहे और सभी ने पंडित जी के विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।



