Punjab Blast: भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के घर आतंकी हमला, ई-रिक्शा सवार ने फेंका हैंड ग्रेनेड
पंजाब के जालंधर में सोमवार देर रात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोरंजन कालिया के घर पर एक बड़ा आतंकी हमला हुआ। रात लगभग एक बजे के आसपास हुए इस विस्फोट से इलाके में दहशत फैल गई। हालांकि, घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन पूर्व मंत्री के घर को गंभीर नुकसान पहुंचा है। घटना के बाद से पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
घटना के समय मनोरंजन कालिया अपने आवास के अंदर सो रहे थे। उनके परिवार के अन्य सदस्य भी घर में ही मौजूद थे। धमाके की तेज आवाज से सबकी नींद खुल गई और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस और फॉरेंसिक टीमें कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुंच गईं और जांच शुरू कर दी गई।
घटनास्थल की जांच के दौरान लगे सीसीटीवी फुटेज में एक चौंकाने वाला दृश्य सामने आया। फुटेज में देखा गया कि एक व्यक्ति ई-रिक्शा से उतरता है, हैंड ग्रेनेड का सेफ्टी लीवर निकालता है और फिर उसे मनोरंजन कालिया के घर की ओर फेंक देता है। कुछ ही सेकंड में जोरदार धमाका होता है जिससे घर के कई हिस्सों को नुकसान होता है। यह हमला पूरी तरह योजनाबद्ध और आतंकी मंशा से प्रेरित प्रतीत हो रहा है।
जालंधर की पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने बताया कि रात एक बजे के बाद उन्हें धमाके की सूचना मिली और वे तुरंत टीम के साथ मौके पर पहुंचीं। उन्होंने पुष्टि की कि धमाके के लिए हथगोला (हैंड ग्रेनेड) का इस्तेमाल किया गया है। वहीं, मनोरंजन कालिया ने बताया कि वह गहरी नींद में थे और पहले तो उन्होंने धमाके को किसी भारी वस्तु के गिरने जैसा समझा, लेकिन बाद में जब गनमैन ने स्थिति बताई तो मामला गंभीर लगा। उन्होंने तुरंत अपने गनमैन को नजदीकी थाने भेजा और पुलिस को अलर्ट किया।
घटना के वक्त मनोरंजन कालिया के घर में सुरक्षा कर्मी तैनात थे। उन्हें पंजाब सरकार द्वारा चार गनमैन अलॉट किए गए हैं। सुरक्षा प्रभारी निशान सिंह सहित सभी गार्ड रात में कोठी के अंदर ही मौजूद थे, इसके बावजूद हमला हो जाना चिंता का विषय बना हुआ है। कालिया का घर शहर के सबसे सुरक्षित और मध्य हिस्से में स्थित है, जहां से पुलिस थाना महज एक मिनट की दूरी पर है। सामने ही नगर निगम का कार्यालय भी है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमलावर कितनी हिम्मत के साथ आए और फरार भी हो गए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पूरे इलाके को सील कर दिया गया है और सीसीटीवी फुटेज की गहनता से जांच की जा रही है। पुलिस की कई टीमें गठित कर दी गई हैं जो आस-पास के इलाकों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। इसके अलावा ई-रिक्शा की पहचान और रूट का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
इस घटना से कुछ ही दिन पहले, पंजाब के पटियाला जिले की बादशाहपुर पुलिस चौकी में भी एक धमाका हुआ था। एक अप्रैल की रात दो बजे तेज धमाके से चौकी की खिड़कियों के शीशे टूट गए थे। हालांकि, पुलिस ने इसे ग्रेनेड हमला मानने से इनकार किया था और खेतों में सर्च ऑपरेशन चलाकर विस्फोटक सामग्री के अवशेष खोजने की कोशिश की थी, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा।
इन दो घटनाओं के बीच महज एक हफ्ते का अंतराल रहा है, जिससे पंजाब में आतंकी साजिश की आशंका और गहरी हो गई है। राज्य की कानून व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी कई सवाल उठने लगे हैं।
जालंधर पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस हमले के पीछे के दोषियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा और उनके मंसूबों को नाकाम किया जाएगा। इस बीच केंद्र और राज्य सरकारों के बीच उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की भी संभावना जताई जा रही है।
हमले के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं में आक्रोश है। कई नेताओं ने इसे पंजाब में बढ़ रही आतंकवादी गतिविधियों का उदाहरण बताते हुए राज्य सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मनोरंजन कालिया जैसे वरिष्ठ नेता पर हुआ यह हमला आने वाले समय में पंजाब की राजनीति और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है।