
रेखा गुप्ता और उनके कैबिनेट सहयोगी छठ पूजा उत्सव के लिए जनता को गुमराह करने के लिए विपरीत बयान दे रहे हैं: देवेन्द्र यादव
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता यमुना किनारे जाकर जो सफाई को लेकर बयान दिया है उसमें सिर्फ बयानबाजी दिखाई दे रही है। पल्ला से ओखला तक 22 किलोमीटर बहती दिल्ली में यमुना की सफाई कहीं भी क्रांति स्तर पर दिखाई नही दे रही है, सिर्फ छट घाट तैयार करने की वजह से इक्का दुक्का जगह सफाई का काम हो रही है, अगर इस ऊँट के मुॅह में जीरा के समान काम के करके भाजपा मुख्यमंत्री यमुना में अमोनिया का स्तर कम होने का दावा कर रही है तो सिर्फ दिल्ली के भोले भाले पूर्वांचल भाई बहनों को गुमराह कर रही है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि एक तरफ मंत्री परवेश वर्मा यमुना में झाग खत्म करने वाला केमिकल डलवा यमुना के पानी को साफ सुथरा दिखाने की कोशिश कर रहे है और दूसरी तरफ मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पानी की लेब टेस्टिंग प्रयोगशाला ही यमुना पर लेकर यह प्रदर्शित करने की कोशिश कर रही है यमुना में अमोनिया कम हो रहा है और ऑक्सीजन लेवल बढ़ रहा है। जब 5 दिन पहले 11 अक्टूबर एक रिपोर्ट में साफ दिखाया गया था कि कांलिदी कुंज में यमुना में झाग साफ दिखाये गए और आज रेखा गुप्ता दावा कर रही है कि भाजपा के डर से झाग ही साफ हो गई है। देवेन्द्र यादव ने कहा कि प्रतिदिन 80 करोड़ लीटर से ज्यादा अनुपचारित सीवेज यमुना में सीधा डाला जाता है, 4.4 करोड़ लीटर औद्योगिक अपशिष्ट भी नदी में बहाए जाते है और यमुना में छोड़े जाने से पहले उपचारित किया मलजल कुछ अनुमानित मलजल निर्वहन का केवल 35 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि जुलाई की रिपोर्ट में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार जून में असगरपुर में मल कोलीफॉर्म का स्तर 24,00,000 एमपीएन (सबसे संभावित संख्या) प्रति 100 मिलीलीटर पाया गया, जो स्नान के लिए सुरक्षित मानी जाने वाली वांछित सीमा 500 एमपीएन/100 मिलीलीटर से 4,800 गुना अधिक था। मई में यह स्तर 23,00,000 एमपीएन/100 मिली था, जो वांछित सीमा से 4,600 गुना अधिक था। रिपोर्ट में साफ बताया गया है कि पल्ला को छोड़कर, दिल्ली में जहां भी पानी के नमूनों की जांच की गई, वहां मल कोलीफॉर्म का स्तर वांछनीय और ’अधिकतम स्वीकार्य’ स्तर से अधिक पाया गया। देवेन्द्र यादव ने कहा कि मुझे समझ नही आता कि वोट बैंक की राजनीति के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता इतना ग़ैर जिम्मेदाराना बयान दे सकती हैं।
कांग्रेस ने 15 वर्ष दिल्ली की सरकार चलाई है और छठ की तैयारियों के लिए हम महीनों पहले काम करना शुरु कर देते थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मौके पर तो पहुॅच रही है लेकिन काम के नाम पर सिर्फ खोखली और झूठी बयानबाजी कर रही है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में दर्शाया गया है कि यमुना में फेकल कोलीफॉर्म का स्तर, जो नदी में सीवेज लोड का सूचक है, दिल्ली में इतना अधिक है कि राजधानी में नदी का विस्तार व्यावहारिक रूप से एक “सीवेज नहर“ बन गया है।


