Pilibhit Accident: पीलीभीत में भीषण सड़क हादसा, पिकअप और डीसीएम की टक्कर में तीन की मौत, एक गंभीर
पीलीभीत जिले में मंगलवार देर रात हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। असम हाईवे पर थाना गजरौला से महज 200 मीटर की दूरी पर एक पिकअप और डीसीएम वाहन के बीच हुई आमने-सामने की टक्कर में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा इतना भयानक था कि पिकअप के परखच्चे उड़ गए और मृतकों के शव केबिन में फंस गए, जिन्हें पुलिस ने जेसीबी मशीन की मदद से काटकर बाहर निकाला।
पुलिस के अनुसार, मंगलवार रात एक ट्रक और पिकअप वाहन पीलीभीत से पूरनपुर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान सामने से पूरनपुर की ओर से आ रही एक डीसीएम गाड़ी से उनकी भिड़ंत हो गई। बताया गया कि ओवरटेक करने के प्रयास में पिकअप पहले आगे चल रहे ट्रक के पिछले हिस्से से टकरा गई और फिर अनियंत्रित होकर सामने से आ रही डीसीएम से जा भिड़ी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पिकअप बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार तीनों व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे की सूचना मिलते ही गजरौला थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और जेसीबी मशीन बुलाकर केबिन को काटकर शवों को बाहर निकाला। मृतकों की पहचान पंकज (35) पुत्र संत कुमार, निवासी नाहिल पुवायां, जिला शाहजहांपुर और राजेंद्र कुमार पुत्र रामलाल, निवासी रामनगर कॉलोनी, बंडा के रूप में हुई है। तीसरे मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
हादसे में डीसीएम चालक संदीप विश्वकर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने तीनों वाहनों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचना दी जा रही है और हादसे के कारणों की विस्तृत जांच जारी है। देर रात तक मलबा हटाने के बाद हाईवे पर यातायात दोबारा सामान्य किया गया।
स्थानीय लोगों के अनुसार, असम हाईवे का यह हिस्सा बेहद संकरा और अंधेरा है, जिससे यहां आए दिन हादसे होते रहते हैं। उन्होंने बताया कि उचित स्ट्रीट लाइट और चौड़ीकरण की व्यवस्था न होने से इस मार्ग पर दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दुर्घटना वाले मोड़ पर सुरक्षा के उपाय जल्द लागू किए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।



