Punjab Factory Blast:पंजाब के मुक्तसर साहिब में पटाखा फैक्ट्री में भीषण धमाका, चार की मौत, 25 घायल
पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले के लांबी क्षेत्र स्थित पिड सिंह वाला गांव उस समय मातम में डूब गया, जब वहां मौजूद एक पटाखा निर्माण एवं पैकेजिंग फैक्ट्री में जोरदार धमाका हो गया। इस खौफनाक हादसे में चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि करीब 25 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को आनन-फानन में प्राथमिक इलाज देने के बाद बेहतर उपचार के लिए बठिंडा के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया है।
धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आस-पास के कई गांवों तक सुनाई दी। दो मंजिला फैक्ट्री भवन का एक बड़ा हिस्सा धमाके के कारण ढह गया और चारों ओर मलबा फैल गया। जैसे ही हादसे की खबर फैली, मौके पर अफरा-तफरी मच गई। मौके पर स्थानीय लोग, पुलिस और प्रशासन की टीमें तुरंत पहुंचीं और राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब धमाका हुआ, उस समय फैक्ट्री में बड़ी संख्या में श्रमिक काम कर रहे थे। कुछ लोग मौके पर ही मारे गए, जबकि कई गंभीर रूप से झुलस गए। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमों ने मलबे में फंसे लोगों को निकालने में काफी मशक्कत की।
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) जसपाल सिंह ने बताया कि फैक्ट्री में किस वजह से धमाका हुआ, इसका पता लगाया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था, जिसकी वजह से यह त्रासदी हुई। डीएसपी ने यह भी कहा कि फैक्ट्री के दस्तावेजों और परमिट की भी जांच की जा रही है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस इलाके में पहले भी ऐसी इकाइयों के संचालन पर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई। लोगों ने सरकार से पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजा देने और जिम्मेदार अधिकारियों व फैक्ट्री मालिक पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से भी इस हादसे पर संज्ञान लिया गया है और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही जांच कमेटी का गठन कर विस्फोट के कारणों का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
यह हादसा एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर करता है कि खतरनाक उद्योगों के संचालन में कितनी लापरवाही बरती जा रही है और सुरक्षा नियमों की अनदेखी कैसे लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। जरूरत है कि ऐसे मामलों में केवल जांच तक सीमित न रहकर दोषियों को सख्त सजा दी जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।



