Jaipur Bus Fire: जयपुर स्लीपर बस हादसा, हाईटेंशन तारों से टकराने के बाद लगी भीषण आग, दो की मौत, कई घायल
राजस्थान की राजधानी जयपुर के मनोहरपुर इलाके में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। मनोहरपुर से गुजर रही एक स्लीपर बस अचानक बिजली के हाईटेंशन तारों की चपेट में आ गई, जिससे बस में भीषण आग लग गई। हादसा इतना भयानक था कि कुछ ही पलों में आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया। इस दुर्घटना में दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दस से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस में सवार यात्री ईंट भट्टे पर मजदूरी करने के लिए जा रहे थे। रास्ते में जब बस बिजली के हाईटेंशन तारों के नीचे से गुजरी, तभी अचानक वह तारों से टकरा गई। टकराते ही बस में जोरदार धमाका हुआ और आग की लपटें तेजी से फैल गईं। कुछ यात्री किसी तरह खिड़कियों से बाहर कूदकर अपनी जान बचाने में सफल रहे, लेकिन कई लोग अंदर फंस गए। पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना मिलते ही राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। दमकल की कई गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और बड़ी संख्या में लोग मौके पर जुट गए। पुलिस ने मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं और घायलों के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि बस चालक को हाईटेंशन तारों की ऊंचाई का अंदाजा नहीं था, जिसके कारण यह हादसा हुआ। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि बस को उस रास्ते से जाने की अनुमति थी या नहीं। प्रशासन ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया है। इस भयावह दुर्घटना ने एक बार फिर औद्योगिक और ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए बिजली तारों की ऊंचाई और सड़क मार्गों की सुरक्षा जांच अनिवार्य की जाए।



