MP Crime: गुना में पुलिस कांस्टेबल की हैवानियत: ठगी पीड़ित को जिंदा जलाया, इलाज के दौरान मौत

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MP Crime: गुना में पुलिस कांस्टेबल की हैवानियत: ठगी पीड़ित को जिंदा जलाया, इलाज के दौरान मौत

मध्य प्रदेश के गुना जिले से इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पुलिसकर्मी की क्रूरता ने एक निर्दोष युवक की जान ले ली। ठगी का शिकार हुए एक व्यक्ति ने जब न्याय और मदद के लिए पुलिस का दरवाजा खटखटाया तो उसे सुरक्षा देने के बजाय जिंदा जला दिया गया। पीड़ित युवक ने तीन दिन तक मौत से जूझने के बाद भोपाल के अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद इलाके में भारी आक्रोश फैल गया और मृतक के परिजनों ने हाईवे जाम कर अपना विरोध दर्ज कराया।

जानकारी के अनुसार मृतक का नाम चंदन गुर्जर था। चंदन के परिचित मांगीलाल नामक व्यक्ति ने उसे बेहद सस्ते दामों पर सोना दिलाने का लालच दिया। लालच में आकर चंदन और उसके चार साथियों ने करीब 6 लाख रुपये देकर 20 तोला सोना खरीदा। लेकिन जब इस सोने की जांच कराई गई तो वह नकली निकला। चूंकि यह पूरा लेन-देन गैरकानूनी तरीके से हुआ था, इसलिए पीड़ितों के पास किसी तरह का लिखित प्रमाण नहीं था।

ठगी का शिकार होने के बाद चंदन ने पहले फतेहगढ़ थाने से मदद की गुहार लगाई, लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद वह चाचौड़ा थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक सुरेंद्र भील से मिला। सुरेंद्र भील सरकारी क्वार्टर में रहता था और पुलिस में अपने रसूख का दिखावा करता था। उसने चंदन से वादा किया कि वह ठगों को पकड़कर पैसे वापस दिला देगा। इसके बदले उसने एक लाख रुपये रिश्वत भी ले ली। लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला।

जब चंदन ने पैसे वापस मांगे तो सुरेंद्र भील ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। वह चंदन पर दबाव बनाने लगा कि अगर ज्यादा आवाज उठाई तो उसे ही थाने में बंद कर दिया जाएगा। पीड़ित ने इस पूरे मामले की शिकायत चाचौड़ा थाना प्रभारी से भी की, लेकिन वहां भी उसे गालियां देकर भगा दिया गया।

31 अगस्त को चंदन एक बार फिर अपने पैसे वापस मांगने के लिए सुरेंद्र भील के सरकारी आवास पर पहुंचा। इसी दौरान दोनों के बीच तीखी बहस हो गई। गुस्से से बेकाबू सुरेंद्र ने चंदन पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। गंभीर रूप से झुलसे चंदन को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां वह 70 प्रतिशत तक जल चुका था। इलाज के दौरान उसने बयान दिया कि “मैं केवल अपने पैसे मांगने गया था, लेकिन सुरेंद्र ने मुझ पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।”

तीन दिन तक जीवन और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद चंदन ने भोपाल में अंतिम सांस ली। उसके परिवार और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने हाईवे पर चक्का जाम कर दिया। लोगों का कहना है कि जब पुलिस ही अपराधी बन जाए तो आम जनता कहां न्याय की उम्मीद करेगी।

इस पूरे मामले में ASP मानसिंह ठाकुर ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मी सुरेंद्र भील के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। यह घटना न केवल पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाती है बल्कि यह भी दर्शाती है कि भ्रष्टाचार और शक्ति के नशे में इंसान कितनी बड़ी हद तक गिर सकता है।

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