भुखमरी की समस्या से निपटने में नाकाम साबित हो रही है सरकार : कैलाश जैन
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : भारत में भुखमरी लगातार बढती जा रही है और केंद्र की सरकार इस समस्या से निपटने में पुरी तरह से नाकाम साबित हो रही है | यह कहना है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाबरपुर जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कैलाश जैन का | कैलाश जैन कहते हैं मोदी देश को विश्वगुरू बनाने
का सपना दिखा रहे हैं, लेकिन हकीकत ये है कि देश के करोड़ों लोगों को भरपेट भोजन भी नसीब नहीं हो पा रहा है। मगर राष्ट्रवाद की फर्जी पैरोकार सरकार को देशवासियों की समस्या नजर नहीं आ रही है।
प्रधानमंत्री और सरकार की संवदेनहीनता को देखकर लगता है कि देश को मन की बात सुनाने वाले लोगों को जनता के भूखे-प्यासे रहने से कोई फर्क नहीं पड़ता। ताजा जारी हुए ग्लोबल हंगर इंडेक्स आंकड़ों के मुताबिक, भारत में भुखमरी की स्थिति बहुत गंभीर है। इस इंडेक्स में भारत का स्थान पड़ोसी देशों पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल से भी पीछे 111वें नंबर पर है। भारत की स्थिति साल 2022 से और ज्यादा खराब हो गई है। पिछले साल इस सूचकांक में भारत 107वें स्थान पर था।
कैलाश जैन कहते हैं यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि पूरी दुनिया का पेट भरने का वादा करने वाले मोदी जी अपने देशवासियों को भूख से तड़पते देखकर
भी कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। शायद आम और गरीब जनता उनकी प्राथमिकता के पन्ने में है ही नहीं। मोदी जी का सारा ध्यान अपने उद्योगपति मित्रों की तिजोरी भरने में है। दुनिया के नेताओं को सोने की थाली में खाने खिलाने वाले प्रधानमंत्री अपने ही देश के करोड़ों लोगों के लिए दो रोटी की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। भारत जैसी मजबूत और बड़ी अर्थव्यवस्था के नागरिक को भी अगर भरपेट भोजन नहीं मिल पा रहा है तो इसका मतलब साफ है कि देश की सरकार निकम्मी और नकारा है। साथ ही यह सरकार बेशर्म भी है कि इतना सब होने के बावजूद अपने आपको राष्ट्रवादी और देशभक्त होने का अनर्गल दावा करती है।