Goldy Brar Gang: इंद्रप्रीत पैरी की सरेआम गोली मारकर हत्या, लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली जिम्मेदारी
चंडीगढ़ में बीती रात खौफ और दहशत का माहौल तब फैल गया जब कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के बीच चल रही गैंगवार ने शहर की सड़कों पर खून बहा दिया। सेक्टर-26 के व्यस्त इलाके में अचानक गोलियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी, जब बाइक सवार हथियारबंद हमलावरों ने एक चलती कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। कार में बैठे इंद्रप्रीत उर्फ पैरी की मौके पर ही मौत हो गई। पैरी के सिर और शरीर पर कई गोलियों के निशान मिले, जो हमले की क्रूरता और तैयार रणनीति को दर्शाते हैं।
घटना देर रात करीब 10 बजे के आसपास हुई। चश्मदीदों के अनुसार, जैसे ही कार सेक्टर-26 के क्लब रोड की तरफ मुड़ी, दो बाइकों पर सवार चार हमलावरों ने कार को ओवरटेक किया और बिना किसी चेतावनी के गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। हमलावर वारदात के तुरंत बाद फरार हो गए। गोलीबारी के बाद सड़क पर भगदड़ मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान पुलिस को सूचना दी गई और घायल अवस्था में पैरी को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हमले की जिम्मेदारी गैंगस्टर आरजू बिश्नोई और हरी बॉक्सर ने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से ली है। पोस्ट में साफ लिखा गया कि यह हत्या बदला लेने के तौर पर की गई है और उनकी चेतावनी जारी है। पुलिस साइबर सेल पोस्ट की सत्यता की जांच कर रही है और सोशल मीडिया अकाउंट्स को ट्रैक किया जा रहा है।
मृतक इंद्रप्रीत पैरी को लंबे समय से गोल्डी बराड़ गैंग के बेहद करीबी के रूप में जाना जाता था। सूत्रों के मुताबिक, पैरी कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है और हाल ही में उसकी गतिविधियों में तेज़ी आई थी। माना जा रहा है कि यह मर्डर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के बीच चल रही पुरानी रंजिश का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत दुबई और विदेशों में आपसी लड़ाई और वर्चस्व की लड़ाई से हुई थी। गैंगवार अब भारत में फिर से हिंसक रूप में उभर रहा है, जिससे कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पुलिस ने घटनास्थल से 20 से अधिक कारतूस बरामद किए हैं और CCTV फुटेज खंगाली जा रही है। पूरे चंडीगढ़-हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि हत्यारों की पहचान जल्द कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।



