सविता पूनिया और पीआर श्रीजेश को आज अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ द्वारा एफआईएच गोलकीपर ऑफ द ईयर 2021-22 चुना गया। यह लगातार दूसरा साल है जब सविता पूनिया और पीआर श्रीजेश दोनों ने यह सम्मान जीता है। सविता पूनिया ने 37.6 अंक और पीआर श्रीजेश ने 39.9 अंकों के साथ यह उपलब्धि हासिल की। पिछले 16 साल से भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे श्रीजेश टीम का अभिन्न अंग बने हुए है। वह पिछले साल टीम के हॉकी प्रो लीग के सभी 16 मैचों में मैदान पर उतरे। भारत इस लीग में तीसरे स्थान पर रहा। श्रीजेश इसके साथ ही राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य भी थे। उन्होंने बर्मिंघम में इसके सभी छह मैचों में टीम का मैदान पर प्रतिनिधित्व किया। श्रीजेश लगातार दूसरी बार एफआईएच गोलकीपर ऑफ़ द ईयर पुरस्कार जीतने वाले तीसरे गोलकीपर बन गए हैं।
यह उपलब्धि इससे पहले डेविड हर्ट (आयरलैंड) ने हासिल की थी। उन्होंने साल 2015 और साल 2016 में यह पुरस्कार जीता था। उनके अलावा विन्सेंट वनाश (बेल्जियम) ने साल 2017 से 2019 तक लगातार तीन बार इस अवार्ड को अपने नाम किया था। श्रीजेश एफआईएच साल के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का खिताब लगातार दो बार जीतने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं। इससे पहले डेविड हर्ट (आयरलैंड) ने 2015 और 2016 तथा विन्सेंट वनाश (बेल्जियम) ने 2017 से 2019 तक लगातार तीन बार इसे जीता है। सत्र के दौरान श्रीजेश ने 250 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले भारत के पहले गोलकीपर और कुल आठवें खिलाड़ी बने। पीआर श्रीजेश ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, “शुभ दिन पर बड़ी ख़बर आई। सभी को दशहरा (विजयादशमी) की शुभकामनाएं। आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद।”
रानी रामपाल के बाद सविता पूनिया ने महिला टीम की कप्तानी संभाली
सविता पूनिया ने रानी रामपाल के बाद भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी संभाली। इसके बाद उन्होंने 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान ने कांस्य पदक के लिए प्लेऑफ़ में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ पेनल्टी शूटआउट से जीत में शानदार प्रदर्शन किया था जिसकी बदौलत भारतीय महिला हॉकी टीम ने 16 वर्षों बाद CWG पदक हासिल किया। सविता 37.6 प्रतिशत अंकों के साथ मतदान में शीर्ष पर रही। अर्जेंटीना की दिग्गज बेलेन सुसी 26.4 प्रतिशत के साथ दूसरे जबकि ऑस्ट्रेलिया की दिग्गज जोसेलिन बार्टम (16 प्रतिशत अंक) तीसरे स्थान पर रही। सविता 2014 में शुरू हुए इन लगातार दो बार साल की सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर (महिला) का जीतने वाली केवल तीसरी खिलाड़ी हैं। सविता ने टीम के एफआईएच प्रो लीग 2021-22 के अपने पहले अभियान में तीसरे स्थान दिलाने में अहम भूमिका निभाई। भारतीय कप्तान ने इस दौरान 14 मैचों में आश्चर्यजनक रूप से 57 बचाव किये। सविता ने बर्मिंघम में 2022 सीडब्ल्यूजी में टीम के कांस्य पदक जीतने के अभियान में शानदार प्रदर्शन किया। न्यूजीलैंड के खिलाफ कांस्य पदक मैच में उनका शानदार खेल से भारत ने पदक के 16 साल के इंतजार को खत्म किया था। इससे पहले मंगलवार को भारत की फारवर्ड मुमताज खान को एफआईएच की साल की उभरती हुई सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी चुना गया था।