कूड़े से आज़ादी का अभियान भी नहीं दिला पाया शहर को कूड़े से आज़ादी : भीष्म शर्मा
शहर के ज्यादातर ईलाके अभी भी आते पड़े हैं कूड़े से
– हर्ष भारद्वाज – नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली में ट्रिपल इंजन सरकार नें पूरे दो माह कूड़े से आज़ादी नामक अभियान चलाया | इस दौरान अच्छा खासा बजट खर्च किया गया | दर्जनों फोटो सेशन हुए बावजूद इसके ना तो दिल्ली के सफाई सिस्टम की सूरत बदली और ना ही दिल्ली को कूड़े से आज़ादी मिली | यह कहना है पूर्व विधायक वरिष्ठ कांग्रेस नेता भीष्म शर्मा का |
भीष्म शर्मा कहते हैं ट्रिपल इंजन सरकार धरातल पर कोई काम नहीं करती यह सरकार भी आम आदमी पार्टी के अरविन्द केजरीवाल सरकार की भांति केवल प्रचार के लिए काम करती है जनता की आँखों में धूल झोंकती है | भीष्म शर्मा कहते हैं कूड़े से आज़ादी का अभियान पहले एक माह के लिए घोषित किया गया था लेकिन जब यह अभियान बुरी तरह से फिलोप शो साबित हुआ तो इसकी अवधि एक माह और बढ़ा दी गई बावजूद इसके दो माह बीतने के बाद भी इस अभियान के गली मौहल्लों से ले बाजारों तक और यहाँ तक की सरकारी दफ्तरों या संस्थानों में भी कोई असर देखने को नहीं मिल रहा |
भीष्म शर्मा कहते हैं दावे किये गए इस अभियान के तहत सफाई अभियान के दौरान 9 सौ ज्यादा कार्यालयों से तकरीबन 12 हजार किलोग्राम कूड़ा कचरा हटाया गया। 41 हजार दीवारों और सार्वजनिक स्थानों से पोस्टर और बैनर हटाए गए। बड़ी तादाद में दीवारों का सौंदर्यीकरण किया गया। तीन सौ से ज्यादा बाज़ारों में रात्रिकालीन सफाई अभियान चलाया गया। करीब डेढ़ हजार सार्वजनिक शौचालयों की सफाई की गई। रोजाना हजारों तन कचरा एकत्रित किया गया | बड़ी संख्या में पार्कों की युद्ध स्तर पर सफाई की गई | झुग्गी क्लस्टरों में बड़े स्तर पर यह अभियान चलाया गया |
भीष्म शर्मा कहते है अभियान के समाप्त होने के बाद भी दिल्ली के सफाई सिस्टम को कोई सुधर नहीं दिखता और यमुनापार पूर्वी दिल्ली हो या उत्तर पूर्वी दिल्ली के सफाई सिस्टम में कोई भी सुधर देखने को नहीं मिल रहा सभी जगह कीड़े के ढेर दिखते हैं | ढलाव घरो की सफाई भी जस की तस दिखती है | और तो और त्योहारों पर भी शहर की यही हालत है | हिन्दुओं का सबसे बड़ा पर्व दीपावली आ रहा है लेकिन शहर की गंदगी किसी से छिपी नहीं है फिर इस अभियान का क्या असर रहा सभी के सामने हैं | आज भी मंडोली रोत से सती कालोनियां लोनी रोड से स्टे इलाके ,घोंडा की गलिय भजनपुरा,ब्रह्मपुरी करावल नगर के बाज़ार,बाबरपुर का ईलाका हो या जाफराबाद अथवा सीलमपुर सभी जगह एक जैसे हालत देखने को मिल रहे हैं |
पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक, बल्लीमारान, मटिया महल,सदर बाज़ार पहाड़गंज जैसे इलाकों में सड़कों के किनारे कूड़े के ढेर लगे हैं। तिमार आवर हो या बुराड़ी कहीं भी कूड़े से आज़ादी के अभियान का असर नहीं दिखाई दे रहा | भीष्म शर्मा कहते हैं पिछले आत माह से दिल्ली में भाजपा की सरकार है पिछले 6 महीनों से निगम में भी भाजपा की सरकार है, निगम दिल्ली मे सफाई की जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। कूड़ें के पहाड़ कम करने का दावा किया, कुछ नही किया। सड़क, गली, कॉलोनियों के साथ हर कौने पर गंदगी के ढेर पड़े है और मानसून में जल भराव से दिल्ली को जूझना पड़ा। भाजपा दिल्ली सरकार सहित निगम की सत्ता में हथियाने के बावजूद कोई सुधार नही हुआ, सिर्फ खोखले वादे और दावे किए है।



