India vs England 2025: 58 साल बाद एजबेस्टन फतह, टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 336 रन से रौंदा, गिल की कप्तानी में ऐतिहासिक जीत
टीम इंडिया ने इंग्लैंड की धरती पर क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय लिख दिया है। शुभमन गिल की कप्तानी में भारत ने एजबेस्टन के मैदान पर पहली बार जीत दर्ज की और वह भी धमाकेदार अंदाज में। भारत ने इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट मैच में 336 रन के भारी अंतर से हराकर न सिर्फ सीरीज में बढ़त बनाई, बल्कि 58 साल पुराने सूखे को भी खत्म कर दिया। यह जीत भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे यादगार विदेशी जीतों में शुमार हो गई है।
एजबेस्टन का मैदान भारतीय क्रिकेट के लिए अब तक एक अभेद्य किला रहा था। भारत ने यहां 1967 में पहली बार टेस्ट खेला था और तब से 2025 तक कुल 8 टेस्ट में 7 हारे और 1 ड्रॉ किया। कपिल देव से लेकर विराट कोहली तक, किसी दिग्गज कप्तान की टीम इस मैदान पर जीत नहीं दिला पाई थी। मगर गिल की युवा ब्रिगेड ने वह कर दिखाया जो अब तक सपना लग रहा था।
टीम इंडिया की जीत की नींव पहले ही दिन रख दी गई थी जब बल्लेबाजों ने दमदार प्रदर्शन करते हुए बड़ा स्कोर खड़ा किया। मैच के आखिरी दिन, रविवार 6 जुलाई को हालांकि बारिश ने खेल में खलल डाला और यह डर सताने लगा कि भारत की ऐतिहासिक जीत पर पानी न फिर जाए। लेकिन शाम को जब खेल शुरू हुआ तो भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लैंड को समेटने में देर नहीं लगाई।
इस टेस्ट में भारत के नए तेज गेंदबाज आकाश दीप ने ऐसा प्रदर्शन किया जिसे हमेशा याद रखा जाएगा। दूसरी पारी में इंग्लैंड की शुरुआत बिगाड़ते हुए उन्होंने ऑली पोप और हैरी ब्रूक को पवेलियन भेजा। इसके बाद वॉशिंगटन सुंदर ने लंच से ठीक पहले इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स को भी चलता किया।
लंच के बाद भारत को सिर्फ चार विकेट की दरकार थी। इंग्लैंड की तरफ से जेमी स्मिथ ने मोर्चा संभालने की कोशिश की, लेकिन प्रसिद्ध कृष्णा ने क्रिस वोक्स को आउट कर भारत को बड़ी राहत दी। आकाश दीप ने फिर स्मिथ को भी पवेलियन भेजा, जो लगातार दूसरे शतक से चूक गए। इसी के साथ आकाश दीप ने टेस्ट करियर का पहला 5 विकेट हॉल भी पूरा किया।
अंतिम विकेट भी आकाश के नाम गया, जब उन्होंने ब्रायडन कार्स को आउट कर इंग्लैंड की दूसरी पारी 271 रन पर समेट दी। भारत ने यह मुकाबला 336 रन से अपने नाम कर इतिहास रच दिया। यह जीत सिर्फ एक स्कोरलाइन नहीं, बल्कि एक संदेश है—नए खिलाड़ियों की यह टीम किसी भी मैदान पर, किसी भी विरोधी को मात देने में सक्षम है।
इस जीत ने 2021 की ब्रिसबेन टेस्ट की यादें ताजा कर दी हैं, जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को गाबा के किले में हराकर इतिहास रचा था। तब भी भारत की टीम युवा और अनुभवहीन मानी जा रही थी, और अब एजबेस्टन में फिर वैसी ही कहानी दोहराई गई।



