दिल्ली का प्रदूष्ण पड़ रहा है लोगो की जान पर भारी : देवेन्द्र शर्मा

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देवेन्द्र शर्मा
दिल्ली का प्रदूष्ण पड़ रहा है लोगो की जान पर भारी : देवेन्द्र शर्मा

दिल्ली का प्रदूष्ण पड़ रहा है लोगो की जान पर भारी : देवेन्द्र शर्मा

आई.टी.ओ.के पास पहुंचा एक्यूआई 498

– हर्ष भारद्वाज –

नई दिल्ली , हे भगवान ये मेरी दिल्ली को क्या हो गया है ,गंगा यमुना तहजीब के लिए जाने जानी वाली दिल्ली जहरीली बनती जा रही है | दिल्ली में अब तो दम घुटने लगा है जान बचाकर ऋषिकेश आना पड़ा है | यह कहना है लोनी रोड शाहदरा निवासी प्रसिद्ध समाजसेवी वरिष्ठ नागरिक देवेन्द्र शर्मा पंडित जी का | देवेन्द्र शर्मा कहते हैं उनकी उम्र 80 से अधिक हो चुकी है लेकिन उन्होंने दिल्ली को इतना जहर उगलते कभी नहीं देखा | भयंकर प्रदूष्ण के चलते लोग बीमार पड़ रहे हैं निजी हो या सरकारी सभी अस्पतालों में प्रदूष्ण से पीड़ित लोगो की भीड़ बढती जा रही है | सरकारी दावों की धज्जियां रोजाना प्रदूष्ण की काली हवा में उड़ रही हैं |

 

देवेन्द्र शर्मा

दिल्ली की आब हवा जहर के गोले में तब्दील हो चुकी है ,लोगो को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है ,आखिर लोग कब तक घरों में कैद रहेगें | दिल्ली में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है । न्यूनतम पारा जैसे-जैसे नीचे जा रहा प्रदूषण लोगों को और परेशान कर रहे। दिल्ली रविवार को भी धुंध की मोटी चादर में लिपटी रही । शहर के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गया। कुछ इलाकों में स्थिति और बिगड़ गई, जहां एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, 24 घंटे का औसत एक्यूआई 361 रहा | हालात इतने खराब रहे कि 24 मॉनिटरिंग स्टेशनों ने एक्यूआई का स्तर 400 पार कर गया | वजीरपुर में एक्यूआई 424, बवाना में 424 और विवेक विहार में 415 रहा है

। रोहिणी में एक्यूआई 435, नेहरू नगर में 426, बवाना में 426 और आरके पुरम में 422 पर दर्ज किया गया। सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में दिल्ली का आईटीओ इलाका है, जहां एक्यूआई पांच सौ के आसपास दर्ज हुआ | अब आप ही बताइए क्या करेंगे दिल्ली वापस आकर | वहीं ऋषिकेश में रविवार का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 80 के आसपास ही रहा | दिल्ली के अलावा एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में भी वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है। नोएडा में औसत एक्यूआई 391, ग्रेटर नोएडा में 366, गाजियाबाद में 387 और गुरुग्राम में 252 दर्ज किया गया। हालांकि, शनिवार के मुकाबले रविवार को स्थिति में सुधार देखा गया है। शनिवार को, सीपीसीबी ने दिल्ली को भारत का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया। एनसीआर के पड़ोसी शहरों में भी यही स्थिति रही, जहां नोएडा में एक्यूआई 354, ग्रेटर नोएडा में 336 और गाजियाबाद में 339 दर्ज किया गया। देवेन्द्र शर्मा कहते हैं दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार प्रदूषण से निपटने के तमाम प्रयास भी कर रही है लेकिन अपेक्षित नतीजे नहीं मिल पा रहे |

वे कहते हैं वायू प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने कई उपाय किए हैं। ग्रेप 2 की पाबंदियां लागू की जा चुकी है। 15 नवंबर से सरकारी दफ्तरों और एमसीडी दफ्तरों का समय भी बदला जा रहा है। बहरहाल तापमान में गिरावट के साथ ही यह उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। आने वाले दिनों में स्थिति और भी विकट हो सकती है।

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