दिल्ली–सहारनपुर–देहरादून एक्सप्रेस-वे का ट्रायल रन शुरू होने से लोगो को मिलेगी बड़ी राहत : अजय महावर
– हर्ष भारद्वाज –
नई दिल्ली , दिल्ली–सहारनपुर–देहरादून एक्सप्रेस-वे के निर्माणाधीन हाईवे का ट्रायल रन शुरू हो गया है | इससे निश्चित रूप से बड़ी संख्या में लोगो की इस मार्ग पर राह आसान होगी | यह कहना उत्तर पूर्वी जिला विकास समिति के अध्यक्ष विधायक अजय महावर का | अजय महावर नें कहा प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी नें आगामी नये साल का उपहार जनता को एडवांस में दे दिया है | अजय महावर नें प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ,केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ,हर्ष मल्होत्रा,दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता तथा उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा दिल्ली के साथ-साथ उत्तराखंड के लाखों लोगो की यह एक्सप्रेस – वे राह आसन करेगा | अजय महावर नें कहा यह ट्रिपल इंजन सरकार का नायब तोहफा जनता को मिलने जा रहा है | अजय महावर नें भी ट्रायल के बाद एक्सप्रेस-वे पर अपने वाहन के साथ सफर किया | भाजपा नेता हरीश शर्मा भी उनके साथ थे | रविवार रात 12 बजे से इसे ट्रायल के आधार पर वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया | इससे पहले गीता कॉलोनी क्षेत्र में एक्सप्रेसवे के बैरिकेड्स हटा दिए गए, जिसके बाद सड़क पर आवाजाही सुगमता से शुरू हो गई |

अजय महावर कहते हैं एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से दिल्ली से देहरादून की यात्रा का समय लगभग ढाई घंटे रह जाएगा. अभी तक दिल्ली से देहरादून पहुंचने में पांच से छह घंटे तक लग जाते थे | नए हाईवे के पूर्ण संचालन के बाद यात्रा का समय आधा होने से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी और उत्तराखंड आने-जाने वाले पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि की उम्मीद है | अजय महावर कहते हैं दिल्ली के लोगो को बेहद कम समय में ट्रिपल इंजन की सरकार के फायदे मिलने शुरू हो गए है | जहां मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता निरंतर दिल्ली के विकास को ले नई-नई योजनाएं बनाती हैं वहीं केंद्र सरकार भी उन्हें भरपूर सहयोग दे रही है जिसके चलते दिल्ली का विकास तेजी से रफ्तार पकड़ रहा है | अजय महावर कहते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर 2021 को इस परियोजना की आधारशिला रखी थी। करीब 11 हजार 800 करोड़ रुपये की लागत वाली इस महत्वाकांक्षी योजना में एशिया का सबसे लंबा वन्यजीव एलिवेटेड कॉरिडोर भी शामिल है। बारिश, कोहरे, भूमि अधिग्रहण और तकनीकी चुनौतियों के बावजूद परियोजना अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है।



