Cosmos Hospital Fire: आनंद विहार के कोसमॉस हॉस्पिटल में भीषण आग, एक की मौत, 11 लोग सुरक्षित निकाले गए
दिल्ली के आनंद विहार थाना क्षेत्र में स्थित कोसमॉस हॉस्पिटल में शनिवार दोपहर अचानक लगी भीषण आग ने अफरा-तफरी मचा दी। यह हादसा इतना भयावह था कि देखते ही देखते अस्पताल के अंदर धुआं फैल गया और मरीजों व कर्मचारियों की जान पर बन आई। आग लगने की वजह सर्वर रूम बताई जा रही है, जो अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित है। इस हादसे में अस्पताल के हाउसकीपिंग कर्मचारी अमित की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि आठ मरीजों और दो अन्य कर्मचारियों समेत कुल 11 लोगों को दमकलकर्मियों और पुलिस ने समय रहते बचा लिया।
पुलिस के अनुसार, दोपहर करीब 12 बजे पीसीआर कॉल के जरिए सूचना मिली कि अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर स्थित सर्वर रूम में आग भड़क गई है। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग को सतर्क किया गया। कुछ ही मिनटों में दमकल की छह से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने का कार्य शुरू किया गया। लेकिन आग से उठे घने धुएं के कारण अस्पताल के अंदर दृश्यता बिल्कुल शून्य हो गई थी। सांस लेने में हो रही कठिनाई को देखते हुए दमकलकर्मी ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर अंदर घुसे और रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
अस्पताल में भर्ती आठ मरीजों को तुरंत नजदीकी पुष्पांजलि अस्पताल में शिफ्ट किया गया। वहीं डायलिसिस रूम में काम कर रहे स्टाफ हर देवी और नरेश को भी सुरक्षित बाहर निकालकर उपचार के लिए भेजा गया, जिनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। मौके पर मौजूद फायर अधिकारी अशोक कुमार जायसवाल ने बताया कि आग सर्वर रूम से जीने के रास्ते के जरिए ऊपर की मंजिलों तक फैल गई थी, जिससे वहां मौजूद लोगों को घुटन और बेहोशी की स्थिति का सामना करना पड़ा। कई नर्सिंग स्टाफ और कर्मचारी अचेत अवस्था में मिले, जिन्हें दमकल कर्मियों ने बाहर निकालकर प्राथमिक उपचार दिलाया।
करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। हादसे में जहां एक ओर 11 लोगों की जान बचाई गई, वहीं हाउसकीपिंग कर्मचारी अमित को बचाया नहीं जा सका, जिसकी मौत ने पूरे अस्पताल स्टाफ और मरीजों को गहरे सदमे में डाल दिया। आग लगने के कारणों का अभी सटीक पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। पुलिस और फायर विभाग मामले की विस्तृत जांच कर रहे हैं।
इस घटना ने एक बार फिर अस्पतालों में सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर उन जगहों पर जहां बिजली के उपकरण और सर्वर रूम मौजूद हैं। हादसे के बाद आसपास के लोग भी मौके पर जुट गए और रेस्क्यू अभियान में सहयोग किया। अस्पताल प्रबंधन ने मृतक कर्मचारी के परिवार को हरसंभव सहायता का भरोसा दिया है।



