BCCI New President: पूर्व क्रिकेटर मिथुन मनहास बने बीसीसीआई के नए अध्यक्ष, देवजीत सैकिया बने सचिव और राजीव शुक्ला उपाध्यक्ष
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को नया अध्यक्ष मिल गया है। जम्मू-कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स समेत कई टीमों के लिए खेलने वाले पूर्व क्रिकेटर मिथुन मनहास को बोर्ड का नया अध्यक्ष चुना गया है। बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक (AGM) में शनिवार को इस निर्णय पर मुहर लगी। यह पहली बार है जब जम्मू-कश्मीर से कोई खिलाड़ी इस शीर्ष पद पर चुना गया है।
मिथुन मनहास, जो लंबे समय तक भारतीय घरेलू क्रिकेट के बड़े नाम रहे, अब रोजर बिन्नी की जगह लेंगे। बिन्नी को नियमों के मुताबिक पद छोड़ना पड़ा क्योंकि बीसीसीआई के संविधान में पदाधिकारियों की अधिकतम आयु सीमा 70 वर्ष तय है। मनहास के अलावा देवजीत सैकिया को सचिव और राजीव शुक्ला को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
45 वर्षीय मिथुन मनहास का क्रिकेट करियर बेहद शानदार रहा है। उन्होंने 1997-98 से लेकर 2016-17 तक दिल्ली की ओर से घरेलू क्रिकेट खेला। इस दौरान उन्होंने 157 फर्स्ट क्लास मैचों में 9714 रन बनाए, 130 लिस्ट ए और 91 टी20 मुकाबले भी खेले। भले ही उन्हें भारतीय राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिली, लेकिन आईपीएल में उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स, पुणे वॉरियर्स और चेन्नई सुपर किंग्स जैसी बड़ी टीमों के लिए खेला।
मनहास हाल ही में जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) के प्रशासक भी रहे। इसके अलावा वे दलीप ट्रॉफी के लिए नॉर्थ जोन के संयोजक और आईपीएल फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटंस के सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा भी रह चुके हैं। क्रिकेट प्रशासन में उनकी यह सक्रिय भूमिका ही उन्हें इस बड़े पद तक ले आई।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने मनहास को बधाई देते हुए ट्वीट किया कि, “जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है। कुछ ही घंटों के अंदर दो बड़ी खबरें आई हैं—किश्तवार की बेटी शीतल विश्व चैंपियन बनीं और मिथुन मनहास बीसीसीआई अध्यक्ष चुने गए। यह क्षेत्र के लिए गर्व का क्षण है।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अध्यक्ष पद के लिए हरभजन सिंह और रघुराम भट्ट भी रेस में थे। लेकिन नई दिल्ली में हुई अनौपचारिक बैठक के बाद सर्वसम्मति से मिथुन मनहास के नाम पर सहमति बनी और AGM में औपचारिक ऐलान कर दिया गया।
अब देखना होगा कि जम्मू-कश्मीर से निकलकर भारतीय क्रिकेट के शीर्ष पद तक पहुंचे मिथुन मनहास बोर्ड की नीतियों और भारतीय क्रिकेट के भविष्य को किस दिशा में ले जाते हैं।



