विधानसभा ऑब्जर्वर करेंगे जमीनी स्तर पर पार्टी की मजबूती के लिए काम, स्थानीय नेताओं को साधने की भी रहेगी जिम्मेदारी: अश्वनी भारद्वाज
नई दिल्ली ,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव नें राजधानी दिल्ली में कांग्रेस संगठन को जमीनी स्तर पर खड़ा करने तथा मजबूती देने के लिए कई कदम उठाये हैं | पार्टी ज्यादातर विधानसभाओं में सेक्टर यानी हर पोलिंग सेंटर तक पहुंच चुकी है यानी हर पोलिंग सेंटर पर सेक्टर इन्चार्जों की नियुक्ति की जा चुकी है और अब इस माह के अंत तक बी.एल.ए.टू तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है | हालांकि कांग्रेस सालों साल से बूथ लेवल पर पहुंचने की बात करती रही है लेकिन चुनाव के दिन अनेक बूथ ऐसे होते हैं जहां अंतिम समय में ही पोलिंग एजेंट की व्यवस्था हो पाती है और कई बूथ पर तो व्यवस्था हो भी नहीं पाती | हमें अच्छे से याद है कांग्रेस के कद्दावर नेता आस्कर फर्नाडिज हमेशा बूथ मजबूत करने को कहते थे लेकिन ऐसा हो नहीं पाया यह बात अलग है वह दौर कांग्रेस का था और कांग्रेस को चुनाव जीतने में कोई दिक्कत भी नहीं होती थी लेकिन आज हालात बदल चुके है जिसे अच्छे से कांग्रेस भी भांप चुकी है और शायद यही वजह है कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र यादव की प्राथमिकता राजधानी दिल्ली में जल्द से जल्द पोलिंग बूथ तक सन्गठन खड़ा करने की बनी हुई है | संगठन सृजन अभियान के तहत कांग्रेस अपने ब्लाक अध्यक्ष तथा मंडलम अध्यक्ष नियुक्त कर चुकी है और ज्यादातर विधानसभाओं में सेक्टर इंचार्ज भी बनाये जा चुके हैं | गत दिनों प्रदेश नेतृत्व नें दिल्ली की सभी सत्तर विधानसभाओं के लिए अपने जमीनी तथा अनुभवी लोगो को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है | गत दिनों प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव नें उन सभी के साथ बैठक कर दिशा निर्देश भी दिए |

देवेन्द्र यादव को सन्गठन का अच्छा खासा अनुभव है राजस्थान ,उत्तरांचल तथा पंजाब जैसे राज्यों के प्रभारी रहते हुए उन्हें संगठन का जमीनी जानकारी वाला नेता माना जाता है | लिहाजा अपने अनुभव के आधार पर ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से काम कराने का मंजा हुआ खिलाड़ी कहा जाता है | अब बात करते हैं विधानसभा ऑब्जर्वर के कामों की उनका काम सभी ब्लॉक अध्यक्षों ,मंडलम अध्यक्षों तथा सैक्टर अध्यक्षों से तालमेल कर सन्गठन को बूथ स्तर पर खड़ा करने का रहेगा | इस कार्य में वे विधानसभा चुनाव लड़े और नगर निगम का चुनाव लड़े प्रत्याशियों से भी बराबर सम्पर्क में रहेगें और यदि कहीं कोई मनमुटाव आदि है तो उसे भी दूर कराने का प्रयास करेगें और अपने विधानसभा क्षेत्र के तमाम नये व पुराने नेताओं व कार्यकर्ताओं से सम्पर्क कर उन्हें सक्रिय बनाये रखेगें | इतना ही नही हर माह जिला अध्यक्ष तथा प्रदेश नेत्रत्व को अपनी विधानसभा की गतिविधियों के बारे में रिपोर्ट भी किया करेगें ताकि यदि कहीं कोई कमी है तो उसका समाधान भी किया जा सके | अप तो आप समझ ही गए होंगे सन्गठन को खड़ा करने का मास्टर स्ट्रोक है यह देवेन्द्र यादव का | आज बस इतना ही …



